Uttar Pradesh: सड़कें सुनसान दिख रही हैं क्योंकि सूरज बेरहमी से अपनी तपिश बिखेर रहा है, पारा 40 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर चढ़ गया है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भीषण गर्मी ने ज़िंदगी की रफ्तार को थाम दिया है। शहर की जो जगहें आम तौर पर लोगों और पर्यटकों से गुलजार दिखती थीं, वहां सन्नाटा पसरा दिख रहा है। सड़कें खाली पड़ी हैं। वाराणसी के लोगों को हर दिन लगातार चढ़ते पारे से लड़ना पड़ रहा है। चिलचिलाती धूप ने लोगों को घर के अंदर रहने पर मजबूर कर दिया है। जो लोग काम के लिए बाहर निकलते हैं, वे खुद को ढक लेते हैं, ठंडी चीजें पीते हैं और कुछ पल राहत के लिए छाया की तलाश करते हैं।
गर्मी से बचने के लिए हर कोई अपने तरीके सुझा रहा है। गर्मी के मौसम में जूस की दुकानों पर भारी भीड़ दिखती है। हालांकि जूस विक्रेताओं का कहना है कि तेज़ गर्मी की वजह से कम ही लोग उनकी दुकानों का रुख कर रहे हैं। वाराणसी के पड़ोसी जिले जौनपुर की स्थिति भी कुछ बेहतर नहीं है। प्रशासन ने भीषण गर्मी को देखते हुए हाई अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही लोगों को सलाह दी है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, वे घर के अंदर ही रहें। जौनपुर जिला अस्पताल में लू के मामलों से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। तेज गर्मी में लोग घरों से निकलने से बच रहे हैं। जिन्हें बाहर निकलना पड़ रहा है वे धूप से बचने के लिए गमछे, तौलिए और दूसरे कपड़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि सुरक्षाकर्मियों के पास अपना काम जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। वे गर्मी से बचने के लिए अपने चेहरे और सिर को कपड़े से कसकर बांध लेते हैं। स्कूली बच्चे सिर और चेहरे को ढककर चलते हैं। माता-पिता उन्हें तरोताजा रखने के लिए पानी और दूसरी ठंडी चीजें पिला रहे हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर बताया था कि रविवार तक राज्य में भीषण गर्मी के हालात बने रहेंगे।