Ayodhya: बढ़ते पारे के साथ उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर में रामलला को गर्मी से निजात दिलाने के उपाए किए जा रहे हैं, राम मंदिर ट्रस्ट ने रामलला की राग भोग सेवा में बदलाव किया है।
भगवान के गर्भगृह में कूलर लगाया गया है ताकि उन्हें ठंडी हवा मिलती रहे। उनके बालभोग में लस्सी, आम के रस और मौसमी फलों को शामिल किया गया है।
राम मंदिर के पुजारी अशोक उपाध्याय ने बताया कि “गर्मी के दिनों में भोग राग में बदलाव किया गया है, पहले रबड़ी का भोग लगता था। अब जो है मौसमी फल है , लस्सी है। बाल स्वरूप में राम लला की सेवा हो रही है। जैसे बालक को समय समय पे ध्यान रखा जाता है।वैसे गर्मी, सर्दी बरसात हर समय में बदलाव के साथ साथ उनका ख्याल रखा जाता है। उसी हिसाब से उनकी सेवा की जाती है।
श्रीराम मंदिर ट्रस्ट व्यवस्थापक गोपाल राव ने बताया कि “गर्मियों में आवश्यक जो भी आवश्यक वस्तु है उसका हम उपयोग करते हैं। आम का शरबत है जिसको अभी देते हैं, लस्सी देते हैं। वैसे भगवान को गर्मियों में जो आवश्यक चीज है उसको देने की पध्दति हमने शुरू की है।
मंदिर प्रशासन के मुताबिक मौसम के हिसाब से ही रामलला को लगाए जाने वाले भोग में बदलाव किए जाते हैं। वहीं राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने ऐलान किया था कि पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए राम मंदिर परिसर के 60 फीसदी हिस्से को हरित क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा।