Haridwar: भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष का असर उत्तराखंड के हरिद्वार में भी देखने को मिल रहा है। चार धाम यात्रा करीब एक पखवाड़े पहले शुरू हो चुकी है, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हो गई है। भारत-पाकिस्तान के बीच हर तरह की सैनिक कार्रवाई रोकने पर बनी सहमति के बाद दुकानदारों को उम्मीद है कि जल्द श्रद्धालुओं की संख्या बढ़नी शुरू हो जाएगी। हरिद्वार, चार धाम यात्रा की शुरुआत करने वाली जगहों में एक है। यहां से श्रद्धालु यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा शुरू करते हैं।
दुकानदार रामकृष्ण वर्मा ने कहा, “यहां पर यात्रियों की संख्या काफी कम है। 50 परसेंट आदमी कम आ रहे हैं। भीड़ रहती थी काफी चार धाम यात्रा की वजह से। उसपर बहुत असर पड़ा है। राजस्थान से बहुत आते थे। राजस्थान से नहीं आ रहे, गुजरात से नहीं आ रहे। पंजाब से भी नहीं आ रहे हैं। तीनों जगह से ज्यादा आते थे। बहुत ही कम हैं।”
दुकानदार दुर्गेश का कहना था, “बहुत ज्यादा कमी है। इससे पहले, जब से ये जंग शुरू हुई है, तो 25 से, मान के चलो 75 परसेंट बहुत कम यात्री हैं। सवेरे देखो, सन्नाटे में बैठे हैं। ना कोई काम हो रहा है, ना कुछ हो रहा है। और यहां जो यात्री हैं, ये सब लोकल के हैं। बाकी बाहर को कोई नहीं आ रहे हैं। बहुत कम आ रहे हैं, जिनकी जरूरत है। जैसे कोई खत्म हो जाता है तो फूल-वूल चढ़ाने आता है। बाकी कोई नहीं आ रहा है। लोग घूमने आते थे। आरती से समय देख लो। बिल्कुल भीड़ नहीं है। ये तो रोडें भरी रहती थीं। बिल्कुल सन्नाटा पड़ा है। व्यापार पर बहुत ज्यादा फर्क पड़ा है। सुबह से अभ तक दो-चार कस्टमर आए हैं। बस।”