India-Pak Tension: भारत के सैन्य अभियान महानिदेशक यानी DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई अपने पाकिस्तानी समकक्ष मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला के साथ बातचीत करेंगे। इस मुलाकात में उन तौर-तरीकों पर चर्चा की जाएगी, जो दोनों देशों के बीच हाल ही में हुई द्विपक्षीय समझ को लंबे समय तक बनाए रखने में सक्षम हों। ये वार्ता चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद दोनों देशों के बीच हाल ही में हुई द्विपक्षीय समझ के तहत होगी।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार को घोषणा की थी कि भारत और पाकिस्तान के DGMO ने शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई है। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “हमने 12 मई को दोपहर 12 बजे आगे की बातचीत करने का भी फैसला किया है, ताकि उन तौर-तरीकों पर चर्चा की जा सके, जो इस समझ को लंबे समय तक बनाए रखने में सक्षम हो।”
भारतीय सेना ने सुझाव दिया कि पाकिस्तानी DGMO का ये फोन भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शनिवार सुबह रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियन सहित कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमला करने के बाद आया। 9-10 मई की रात को प्रमुख भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश के बाद पाकिस्तानी सेना ने हमले शुरू किए।
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा कि सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद नौ आतंकी ठिकानों की पहचान की गई और उन पर सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ढांचों को नष्ट करने के लिए सात मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम कांड के बाद की सभी जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई।