Indo-Pak tension: भारत की पश्चिमी सीमा पर कई जिले में लगातार दूसरी रात पाकिस्तान की ओर से हवाई हमलों की सूचना मिलने पर सायरन बजने लगे, जिनका सशस्त्र बलों ने जमकर मुकाबला किया। श्रीनगर और जम्मू से लेकर पंजाब के कई जिलों, राजस्थान के जैसलमेर और जोधपुर और गुजरात के कुछ हिस्सों में सीमावर्ती इलाकों का एक बड़ा हिस्सा अंधेरे (ब्लैकाउट) में डूब गया और लोगों से एहतियात के तौर पर लाइटें बंद करने की अपील की गई।
जम्मू क्षेत्र और दक्षिण कश्मीर के साथ-साथ पठानकोट, फिरोजपुर और जैसलमेर में भी धमाकों की आवाजें सुनी गईं। पंजाब के गुरदासपुर और तरनतारन के पट्टी इलाके के निवासियों ने भी धमाकों की आवाजें सुनीं, हालांकि इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। फिरोजपुर, पठानकोट, अमृतसर और होशियारपुर जिलों में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। अधिकारियों ने बताया कि फिरोजपुर, पठानकोट, अमृतसर, होशियारपुर, फाजिल्का, मुक्तसर और संगरूर में ब्लैकआउट लागू किया गया।
पठानकोट के लोगों के लिए धमाकों की आवाज के बीच ब्लैकआउट की ये लगातार दूसरी रात थी। जिले में की गई आधिकारिक घोषणा के मुताबिक, “लाइट बंद रखें। मोबाइल फोन, कैमरे और इन्वर्टर सेट की लाइट बंद रखें। खिड़कियों को पर्दे से ढकें। जिला प्रशासन का सहयोग करें। हम आपकी सुरक्षा के लिए हैं।”
होशियारपुर में जिला प्रशासन ने रात 8:15 बजे ब्लैकआउट लागू किया और डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने लोगों से घर के अंदर रहने और नहीं घबराने की अपील की। जम्मू क्षेत्र और दक्षिण कश्मीर में भी धमाके सुने गए और सायरन बजने लगे, जिससे केंद्र शासित प्रदेश के कई हिस्से अंधेरे (ब्लैकआउट) में डूब गए। श्रीनगर में, मस्जिदों के लाउडस्पीकरों का लोगों से लाइटें बंद करने की अपील के लिए किया गया।
दक्षिण कश्मीर में अवंतीपोरा एयरबेस के आसपास के इलाकों में भी धमाकों की आवाजें सुनी गईं। भारत की तरफ से ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल करके भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की पाकिस्तानी सेना की कोशिशों को नाकाम करने के एक दिन बाद भी ड्रोन उड़ते देखे गए। अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन जम्मू और पंजाब के उधमपुर और नगरोटा में भी देखे गए। जैसलमेर में लगातार दूसरी रात पाकिस्तान से आने वाले कई हवाई खतरों को रोका गया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने रेड अलर्ट जारी किया और कई सीमावर्ती जिलों में ब्लैकआउट लागू किया गया।
पोकरण में सायरन बजने लगे और इलाके में पूरी तरह से ब्लैकआउट कर दिया गया, जोधपुर में आधी रात से ब्लैकआउट शुरू होने वाला था, लेकिन तुरंत लागू कर दिया गया। बाड़मेर, श्रीगंगानगर और फलौदी में भी पूरी तरह से अंधेरा छा गया। गुजरात में पूरे कच्छ जिले में ब्लैकआउट कर दिया गया, बनासकांठा और पाटन जिलों के कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति काट दी गई, कच्छ और बनासकांठा के कुछ हिस्सों में लोगों को गुरुवार रात सात घंटे तक ब्लैकआउट का सामना करना पड़ा।
सीमावर्ती जिलों में शुक्रवार को भी स्कूल और ज्यादातर व्यवसाय बंद रहे, कुछ लोगों ने कहा कि वे चिंतित थे, लेकिन उन्हें पूरा भरोसा है कि भारतीय सशस्त्र बल पाकिस्तान की कोशिशों को तेजी से नाकाम कर रहे हैं। पठानकोट निवासी जरनैल सिंह ने गुरुवार रात सीमावर्ती जिले के इलाकों पर हमला करने की पाकिस्तान की कोशिश को नाकाम करने के लिए सरकार की तारीफ की।
अमृतसर के निवासी पवन कुमार ने कहा, “हमने एक तनावपूर्ण रात बिताई, लेकिन दिन में सब कुछ सामान्य हो गया।” फिरोजपुर के कुछ लोगों ने पीटीआई वीडियो को बताया कि वे अफवाहों के फैलने से ज्यादा आशंकित थे। बठिंडा में एक व्यक्ति ने पीटीआई वीडियो को बताया, “हम पूरी तरह से अंधेरे में घर बैठे थे और आधी रात तक गोलियां चलती रहीं। रात में तनावपूर्ण स्थिति थी, लेकिन सुबह सब कुछ शांत था।” पंजाब के मोहाली और रूपनगर के कुछ गुरुद्वारों में शांति के लिए प्रार्थना की गई।
चंडीगढ़ के एक बुजुर्ग बलदेव चंद, जो शुक्रवार को अपनी नियमित सुबह की सैर पर निकले थे, ने कहा कि पिछली रात कुछ चिंताजनक पल थे, लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों ने जिस तरह से पाकिस्तान की कोशिशों को नाकाम किया, उसे देखते हुए चिंता की कोई बात नहीं थी। यूटी प्रशासन ने बाद में फिर से हवाई हमले का सायरन बजाया और लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “वायु सेना स्टेशन से संभावित हमले की हवाई चेतावनी मिली है। सायरन बजाया जा रहा है। सभी को घर के अंदर रहने और बालकनियों से दूर रहने की सलाह दी गई है।”
लगभग एक घंटे बाद प्रशासन ने कहा कि अलर्ट का सायरन बज चुका है। हरियाणा के पंचकूला और अंबाला में कुछ देर के लिए सायरन बजाया गया, जिसमें लोगों से घर के अंदर रहने की अपील की गई। पटियाला में जिला प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें लोगों से घर के अंदर रहने और शांत रहने की अपील की। भारत ने देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में 15 शहरों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की पाकिस्तान की कोशिशों को नाकाम करने के बाद ड्रोन और मिसाइलों के साथ सैन्य ठिकानों पर हमला करने की पाकिस्तान की नई कोशिशों को नाकाम कर दिया।