New Delhi: दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में कई बहुमंजिला इमारतों पर हवाई हमले की चेतावनी वाले सायरन लगाए जाएंगे। नागरिक सुरक्षा निदेशालय ने आईटीओ के पीडब्ल्यूडी की बहुमंजिला इमारत की छत पर लगे सायरन का परीक्षण किया।
उन्होंने कहा, ‘‘शुक्रवार रात से बहुमंजिला और ऊंची इमारतों की छतों पर 40 से 50 सायरन लगाए जाएंगे। आपात स्थिति में इनका इस्तेमाल किया जाएगा। उनके नियंत्रण के लिए एक कमान केंद्र होगा और उन्हें पांच मिनट के लिए बजाया जाएगा। हम ‘ब्लैकआउट’ की स्थिति में उनका इस्तेमाल कर सकेंगे। ये सायरन एनडीएमए के अधीन होंगे। हम पूरी दिल्ली को कवर करेंगे।’’
वर्मा ने कहा कि जिस सायरन का परीक्षण किया गया, उसकी आवाज आठ किलोमीटर के दायरे में सुनी जा सकती है। सायरन के परीक्षण के समय लोगों को जानकारी दी जा रही थी कि अगर सायरन बजते हैं, तो लोगों को मेजों के नीचे या बेसमेंट में शरण लेनी चाहिए। अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को केवल परीक्षण के लिए और किसी अप्रिय घटना की स्थिति में सभी को तैयार रहने के लिए सायरन बजाया गया है।
ये परीक्षण पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष और मिसाइल हमलों तथा गोलेबारी के बीच किया गया, 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। बयान में कहा गया है कि आम जनता को इस परीक्षण अभ्यास के दौरान शांत रहना है और घबराने की जरूरत नहीं है।
पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि “आज से दिल्ली में सायरन लगाने शुरू किए हैं। दिल्ली में जितनी भी ऊंची बिल्डिंग है उस पर सायरन लगेंगे। ये सायरन की रेंज आठ किलोमीटर की है। ऐसे दिल्ली में आज रात से ही 40-50 सायरन हाई राइज बिल्डिंग पर लगने शुरू होंगे। ऐसे आपातकाल की स्थिति में हम इसको चलाएंगे। एक ही कमांड सेंटर से हम इसको चला सकते हैं। अगर हमें किसी खास जिले का चलाना है किसी एरिया का चलाना है, पूरी दिल्ली का चलाना है। इसको कंट्रोल किया जा सकता है। पांच मिनट के करीब में ये सायरन बजा करेगा। कोई भी ऐसी स्थिति आती है।”
“पूरी दिल्ली को इससे कवर करेंगे। भारत सरकार की ओर से जो भी निर्देश आएंगे दिल्ली सरकार उसके लिए पूरी तरह तैयार है। हमारे पुलिस हमारे जवान सभी तैयार हैं।”