J-K border: भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव को देखते हुए नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) के पास रहने वाले सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अधिकारियों ने पाकिस्तानी गोलाबारी से नागरिकों की सुरक्षा के लिए ये कदम उठाया है।
इससे पहले दिन में पाकिस्तानी सेना ने जम्मू क्षेत्र के पुंछ और राजौरी और उत्तरी कश्मीर के बारामूला और कुपवाड़ा के अग्रिम गांवों पर तोप से गोले और मोर्टार से दागे थे, जिसमें चार बच्चों और दो महिलाओं समेत 12 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
सीमा पार से गोलाबारी भारतीय सशस्त्र बलों की तरफ से बुधवार को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले करने के तुरंत बाद शुरू हुई। भारत ने ये कार्रवाई 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए की थी, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने लोगों, खासकर महिलाओं की सुविधा के लिए जरूरी व्यवस्था करने के लिए अपने सभी संसाधन जुटाए हैं, ताकि उन्हें अस्थायी आश्रय गृहों में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। हालांकि, पुंछ, राजौरी, उरी जैसे प्रभावित इलाकों में स्थिति बिल्कुल अलग थी, जहां लोग खुद ही सुरक्षित इलाकों की ओर जाते देखे गए।