Operation Sindoor: भारत ने ये साबित कर दिया कि अपने नागरिकों की सुरक्षा अथवा इज्जत को लेकर वो किस हद तक जा सकता है। 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष सैलानियों की हत्या के बदले भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान एवं पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकवादी ठिकानों पर संयमित हमलों की श्रृंखला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत शुरू कर दी।
बहावलपुर एवं मुरिदके, कोटली और मुजफ्फराबाद जैसे शहरों में स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानें भारतीय वायुसेना, थलसेना और नौसेना के संयुक्त अघोषित ‘सदस्य’ अभियान में ध्वस्त कर दिए गए। इस ऑपरेशन का मार्गदर्शन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं किया और वो पहले से बता चुके थे कि भारत आतंकियों को हर बार उनके घर में जाकर जवाब देगा। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि केवल आतंकवादी प्रतिष्ठानों को लक्षित किया गया, और किसी पाकिस्तानी सैन्य या नागरिक संरचना को नुकसान नहीं पहुंचा।
Justice is Served.
Jai Hind! pic.twitter.com/Aruatj6OfA
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) May 6, 2025
भारतीय सेना ने कहा कि भारत ने उन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और उन्हें अंजाम दिया गया। सेना के मुताबिक कुल नौ जगहों को निशाना बनाया गया है।भारतीय सेना ने कहा, “हमारी कार्रवाई सधी हुई, नपी-तुली और गैर-उग्र प्रकृति की रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत ने टारगेट के चयन और उसे निशाने बनाने के तरीके में काफी संयम दिखाया है।” इसमें कहा गया, “ये कदम पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी। हम इस प्रतिबद्धता पर खरे उतर रहे हैं कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।”