Mock Drill: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 मई 2025 को देशभर में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित करने की घोषणा की है। यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और संभावित सैन्य संघर्ष की स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। गृह मंत्रालय के अनुसार, यह मॉक ड्रिल 7 राज्यों में आयोजित की जाएगी। इस मॉक ड्रिल में एयर राइड सायरन का संचालन होगा। नागरिकों और छात्रों को आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रशिक्षण दिया जाएगा। महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों का काले रंग से आवरण (ब्लैकआउट) होगा। निकासी योजनाओं का अद्यतन और उनका अभ्यास होगा।
पिछले सप्ताह जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में एक आतंकवादी हमले में 26 हिंदू पर्यटकों की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने पाकिस्तान पर इस हमले में शामिल होने का आरोप लगाया है, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों का खंडन किया है। इसके परिणामस्वरूप दोनों देशों ने एक-दूसरे के हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है, व्यापार निलंबित कर दिया है, और सीमा पर गोलीबारी की घटनाएँ बढ़ गई हैं।
गृह मंत्रालय ने बताया कि यह अभ्यास 1971 के बाद पहली बार आयोजित किया जा रहा है। भारत में इससे पहले ‘भारत-पाकिस्तान के 1971 के युद्ध’ के समय मॉक ड्रिलिंग की गई थी। अब 54 साल बाद फिर पाकिस्तान के साथ बने युद्ध जैसे हालातों को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने मॉक ड्रिलिंग के आदेश दिए गए हैं। मॉक ड्रिल को शुरू करने के लिए पहले तय समय पर सायरन बजाया जाता है या फिर लोगों को चेतावनी दी जाती है। बताया जाता है कि आग लगी है, बम की सूचना है या फिर भूकंप आया है। उसके बाद फायर ब्रिगेड, NDRF, पुलिस और मेडिकल टीमें मौके पर पहुंचती हैं, सभी को जल्दी और सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला जाता है। इस पूरी प्रक्रिया से अंदाजा लगाया जाता है कि कितना समय लगा और क्या कमियां या गलतियां रहीं, जिन्हें भविष्य में बेहतर किया जा सकता है।
7 मई को आयोजित होने वाली यह मॉक ड्रिल नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है और उन्हें इस अभ्यास में सक्रिय भागीदारी करने के लिए प्रेरित किया है।