Saharanpur: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हिंडन नदी के किनारे के कई गांवों में बीमारियां अपना घर बनाती जा रही हैं जिससे बडा़ स्वास्थ्य संकट पैदा हो गया है, स्थानीय ग्रामीणों का दावा है कि इस क्षेत्र में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जो खतरनाक हैं।
ग्रामीण हिंडन नदी से आए पीने के पानी को इस समस्या का मूल कारण मानते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले एक साल में हालात और खराब हो गए हैं, कई परिवार पहले ही अपने लोगों को खो चुके हैं, और कई लोग अभी भी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों की बढ़ती चिंताओं को देखते हुए इलाके में मेडिकल कैंप आयोजित करने के साथ पानी की जांच भी कराई है। बढ़ती चिंता के जवाब में,
लेकिन स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जांच के नतीजों में स्पष्टता नहीं है, क्योंकि पानी में भारी धातु या हानिकारक पदार्थ नहीं मिले हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे अलर्ट पर हैं और ज्यादा से ज्यादा परीक्षण करने और चिकित्सा सेवा देने की योजना बना रहे हैं। जबकि ग्रामीणों को संदेह है कि स्वास्थ्य संकट के पीछे हिंडन नदी है, लेकिन समस्या की सटीक वजह अभी भी स्पष्ट नहीं है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि “लगभग पांच-छह साल से हमारे यहां पानी जो है न अच्छा नहीं आ रहा नलकों में से और हमारे जो समरसेबल वगैरह हैं इनसे और टंकी का जो काम चला हुआ है वो पूरा नहीं हुआ है अभी तक। अगर उससे हमें कुछ राहत मिलती, वो दो तीन साल से ऐसे ही पड़ा हुआ है पेडिंग में तो इस पानी से जो जितनी बीमारियां हैं हमारे गांव में है कैंसर वगैरह की। छह-सात बंदे फिलहाल हमारे यहां पे मौजूद है। जो बीमार है कैंसर से और लगभग पिछले साल से जो है न 12-13 बंदे गुजर चुके हैं इस बीमारी से।”
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि “इसमें हमने लास्ट इयर ही कैंप भी कराए थे और पानी की जांच भी कराई थी। पानी की जांच में से कोई हैवी मेटल्स या इस तरह की चीजें नहीं आई थी और कैंप में भी जो हमने एक तो आईएमए के साथ बहुत ही एक मेगा विशाल कैंप लगवाया था। जिसमें करीब 1500 के करीब मरीज आए थे और सभी स्पेशलिस्ट डॉक्टर थे उसमें। गुड़गांव से कैंसर स्पेशलिस्ट को भी बुलाया गया था। तो उनके सामने ई उस टाइम जो है न चार पांच ही कैंसर के पेसेंट आए थे लेकिन वो भी ज्यादातर ओरल कैंसर थे जो कि या तो तंबाकू चबाने से या ज्यादा स्मोकिंग करने से हुए थे।”
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