Pahalgam Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने कुछ कद्दे फैसले किये थे। उन फ़ैसलों में से एक था कि पाकिस्तान का जो भी नागरिक हिंदुस्तान में रह रहा है वो फ़ौरन अपने देश वापिस लौट जाए। इस फ़ैसले के चलते ओडिशा के बलांगीर जिले में रहने वाली एक महिला को वापस पाकिस्तान लौटना पड़ रहा है जो पांच दशकों से ज्यादा वक्त से भारत को अपना घर कहती रही हैं। शारदा बाई जन्म से पाकिस्तानी नागरिक हैं। वे 1981 में अपने परिवार के साथ बचपन में ही भारत आ गई थीं। परिवार दो महीने के वीज़ा पर आया और शुरू में ओडिशा के कोरापुट में बस गया। दशकों बाद, शारदा ने एक व्यवसायी से शादी की और बलांगीर में बस गईं।
आधार कार्ड और वोटर आईडी जैसे दस्तावेज़ होने के बावजूद, शारदा बाई को कभी भारतीय नागरिकता नहीं मिली। उनके परिवार का कहना है कि उन्होंने 2003 में इसके लिए आवेदन किया था, लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ा। पड़ोसियों का कहना है कि वे इस बात से हैरान हैं कि शारदा बाई को पाकिस्तान जाने का आदेश दिया गया है। पाकिस्तान से कोई रिश्ता न होने और लगभग पूरी जिंदगी भारत में बिताने की वजह से, शारदा बाई का परिवार अब इस बात को लेकर चिंतित है कि उनका भविष्य क्या होगा।
शारदा बाई के पति महेश कुकरेजा का कहना हैं, “मैं 1990 में शादी किया हूं। हम लोगों को तो मालूम नहीं था कि ये पाकिस्तानी है मतलब जब शादी कर लिए तब ये हमको बोले कि पाकिस्तानी हैं। मैडम कहां जाएगी। पाकिस्तान में कोई नहीं है। कुछ नहीं है। सिटीजन के लिए 2003 में दिए थे अप्लाय किए थे। सब कागज ऑफिस में दिए थे डीआईजी ऑफिस में। सब हमारे पास कागज हैं उसका। बार-बार मैं गया हूं बोल रहे हैं कागज भेज दिए हैं-भेज दिए हैं। अभी तक कुछ नहीं हुआ है।”