Amritsar: पहलगाम आतंकी हमले के बाद अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी नागरिकों की भीड़

Amritsar: पहलगाम आतंकी हमले के बाद अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी नागरिकों की भीड़ लगी हुई है, भारत सरकार की तरफ से जारी डेड लाइन का मंगलावर को आखिरी दिन है। भारत के विदेश मंत्रालय ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सभी वैध वीजा रद्द कर दिए थे। अटारी-वाघा बॉर्डर भारत में अमृतसर और पाकिस्तान में लाहौर के पास स्थित है, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने 12 तरह के शॉर्ट-टर्म वीजा धारक पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया था।

बता दे कि बीते मंगलवार को हए इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई, जिसमें ज्यादातर पर्यटक थे, 2019 में पुलवामा हमले के बाद से कश्मीर में ये सबसे बड़ा आतंकी हमला है। पाकिस्तान के प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा का एक अंग कहे जाने वाले ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ नामक समूह ने हमले की जम्मेदारी ली है। दिल्ली में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) ने बुधवार को तत्काल प्रभाव के साथ अटारी में चेक पोस्ट को बंद करने का फैसला किया, साथ ही सार्क वीजा विशेषाधिकारों को भी रद्द कर दिया।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी मौजूदा वैध वीजा 27 अप्रैल से प्रभावी हो गए और कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल तक मान्य होंगे। भारत के बाद जवाबी कार्रवाई के तौर पर इस्लामाबाद ने गुरुवार को वाघा बॉर्डर पोस्ट को बंद कर दिया, सार्क वीजा छूट योजना (एसएसईएस) के तहत भारतीयों को दिए गए वीजा को रद्द कर दिया और भारतीय उच्चायोग में सैन्य सलाहकारों को देश छोड़ने के लिए कहा।

पाकिस्तानी निवासी समरीन ने बताया कि “यहां पर हम मामू के घर आए थे। ये मेरे मामू के बेटे हैं। तो फिर शादी कर ली थी मैंने इनसे। अम्मी के साथ आई थी मामू के घर और नानी के घर। तो फिर शादी कर ली थी इनसे मैंने। अब फिर मैंने एलटीपी के लिए अप्लाई किया था। नूरी वीजा के लिए। तो मैं पेंडिंग पर थी। तो जो-जो पेंडिंग पर था उनको जाने के लिए बोल दिया, क्योंकि मेरी अम्मी तो खुद इंडियन नेशनल हैं, वो शादी हो कर वहां गईं हैं। तो उन्होंने मेरी शादी यहां कर दी। मामू के घर, मतलब आते-जाते रहेंगे सब, अचानक से ये चीज हो गया।”

वो चाहे कहीं भी हो, चाहे इस मुल्क में हो या किसी भी मुल्क में, चाहे हमारे मुल्क में हो। मैं तो गलत ही कहूंगी की गलत ही हुआ। नहीं करना चाहिए ऐसा। नहीं मारना चाहिए किसी को। हमारी क्या गलती है। हमें किसी बात की सजा दी जा रही है। हमारी सजा तब दो जब हमारा जुर्म हो।”

पाकिस्तानी निवासी चेतन ने कहा कि “बात यह थी कि अभी जैसे हालात चल रहे हैं। इसके हिसाब से मतलब मन मैं एक खौफ हुआ कि पता नहीं क्या हो बच्चे हमारे सारे उधर हैं। बीवा-बच्चे, मां-बाप सारे उधर हैं। ये वाक्या सुनकर मम्मी पापा की तबियत भी खराब हो गई। इसकी वजह से मैं रिटर्न वापसी जा रहा हूं।

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