Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के भोपाल रेप केस के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को कोर्ट में पेश किया। इस दौरान वकीलों ने आरोपियों का न सिर्फ विरोध किया, बल्कि दो आरोपी की पिटाई भी कर दी। इन लोगों ने अपनी पहचान छिपाई थी। चश्मदीदों ने बताया कि जब आरोपियों को पुलिस जीप में जिला अदालत परिसर से ले जा रही थी, तो गुस्साए वकीलों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए उन पर हमला कर दिया। वरिष्ठ वकील और राज्य बार काउंसिल के सह-अध्यक्ष राजेश व्यास ने बताया कि वकील, विशेषकर युवा वकील, इस घटना से नाराज हैं और इस मुद्दे पर अनुशासित तरीके से विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह संघर्ष जारी रहेगा और यदि ऐसी घटनाएं दोबारा होती हैं तो उन पर (इसमें शामिल लोगों पर) प्रहार होगा। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों में से एक सैफ अली को बचा लिया गया और उसे सुरक्षित ले जाया गया। जब दूसरे आरोपी से भगवा कपड़ा लेकर आने के बारे में पूछा गया तो अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने उसे यह कपड़ा नहीं दिया था। पुलिस ने बताया कि मध्यप्रदेश के भोपाल में एक निजी कॉलेज की तीन लड़कियों के साथ कथित तौर पर बलात्कार और ब्लैकमेल किया गया। आरोपियों ने पहचान छिपाकर लड़कियों से दोस्ती की और उनके साथ बलात्कार किया।
अधिकारी ने बताया कि तीनों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम एवं मध्यप्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी ने कहा, “आरोपियों में से एक फरहान अली उर्फ फराज कॉलेज का पूर्व छात्र है और उसने दो साल पहले अपनी पहचान छिपाकर एक लड़की से दोस्ती की थी, जब वह नाबालिग थी। उसने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया और उसका वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया। उसके दो दोस्तों ने भी इसी तरह अन्य लड़कियों को अपने जाल में फंसाया था।” यह घटना 18 अप्रैल को तब प्रकाश में आई जब पहली पीड़िता ने बाग सेवनिया पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। उसने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे अपने दोस्तों से अपनी सहेलियों को मिलवाने के लिए मजबूर किया तथा उन्होंने उनका यौन शोषण किया तथा उन्हें ब्लैकमेल किया।