Maharashtra: महाराष्ट्र के विदर्भ में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका है। ऐसे में नागपुर के मशहूर टेकडी गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं को ठंड पहुंचाने की खास व्यवस्था की गई है। मंदिर के प्रवेश द्वार से गर्भगृह तक शेड लगाए गए हैं। साथ में पानी के छिड़काव की भी व्यवस्था है। श्रद्धालुओं ने इन व्यवस्थाओं का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इनसे दर्शन और पूजा करने में काफी सहूलियत हो गई है।
इन व्यवस्थाओं से मंदिर के अंदर तपिश कम हुई है। कुछ श्रद्धालु तो यहां तक कहते हैं कि उन्हें बाहर के मुकाबले मंदिर के भीतर चार-पांच डिग्री कम गर्मी महसूस होती है। इनके अलावा मंदिर प्रबंधन ने कई जगहों पर पीने के पानी की व्यवस्था और बड़े-बड़े पंखे लगाए हैं।
श्रद्धालुओ ने कहा, “बहुत अच्छी सुविधा है, क्योंकि आज का जो तापमान देख रहे हो आप वो 44 के ऊपर चल रहा है। तो उसमे अगर ये अगर सुविधा मिल जाती है तो प्रभावित लोगों को थोड़ा सा अच्छा लगता है। ये यहां की जो ठंडक महसूस हो रही है उसके लिए तो बहुत ही अच्छा लग रहा है क्योंकि अभी हम इसी टंपरेचर में बाहर से आ रहे है। तो आते आते पैरों में भी बहुत ही जलन हो रही है और सर को तो भी बहुत ही गर्मी लग रही है। लेकिन यहां आने के बाद पूरी ठंडा यहां पे महसूस हो रही है। और बहुत ही अच्छा, पूरा ठंडा यहां पे माहौल है। तो ये भी ये जो बनाया ऐसे जो ठंडी हवा आ रही है।”
दुसरे श्रद्धालु ने कहा “मैं एक्चुली डर रहा था कि समर (summer) में कैसा होगा, यू नो, बहुत गर्मी है अंदर कैसे आऊं और जूते कहां उतारू। ऐसा समस्या थी। लेकिन टेंपल का संस्थान जो है, बिल्कुल बढ़िया तरीके से, काम किया और ये छांव जो है बेसिकली बहुत ही, बाहर का तापमान बहुत ही ज्यादा है। और ये समझ लो कि वहां से कुछ चार-पांच डिग्री कम है। अंदर की तरह।”