Haridwar: जैसे-जैसे पवित्र चार धाम यात्रा नजदीक आ रही है, हरिद्वार में तैयारियों को आखिरी रूप दिया जा रहा है। पवित्र शहर हजारों तीर्थयात्रियों के स्वागत के लिए तैयार हो रहा है जो इस खास धार्मिक यात्रा पर निकलेंगे। चार धाम यात्रा सबसे पवित्र हिंदू तीर्थयात्राओं में से एक है। इस यात्रा के दौरान श्रद्धालु उत्तराखंड के चार पवित्र मंदिरों – यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन करते हैं।
पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए CCTV कैमरे लगाने सहित बड़े पैमाने पर सुरक्षा इंतजाम किए हैं। अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने पिछली चुनौतियों से सीखा है और इस साल ज्यादा बेहतर तैयारी की है। इस साल की चार धाम यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के मौके पर उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू होगी। वहीं केदारनाथ धाम के कपाट दो मई को जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट चार मई को खुलेंगे।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने कहा, “टोटल हम लोगों के द्वारा 85 कैमरे हम लोगों ने अभी आइडेंटिफाई किए हैं। लोकेशन जहां पे लगाए जाना है। 20 अन्य कैमरे है जो डायवर्जन पर लगाए जाने है, करीब 100 से ऊपर नए कैमरे अभी और एस्टेब्लिश किए जाएंगे। जो पूर्व में करीब 386 कैमरों के अतिरिक्त होंगे तो टोटल करीब 500 के आस पास कैमरे हल लोग पूरे यात्रा रूट में हम हरिद्वार के अंदर हम ऑपरेट कर सकेंगे।
“मतलब हम कोशिश करेंगे कि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पुलिस की जो व्यवस्थाएं है वो पर्याप्त कर ली गई हैं। हम लोग सुरक्षित और अच्छी चारधाम यात्रा के लिए पूरे तरीके से तैयार हैं हम। मुझे उम्मीद है कि पिछली बार की जो कमियां रह गईं थी कुछ चुनौतियां जो पिछली बार हमारे समक्ष आईं थी। उसको हम भली भांति उसे उसको पूरा करेंगे और एक अच्छी चार धाम यात्रा को सुरक्षित कर पाएंगे।”