Pahalgam Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से घरेलू पर्यटन उद्योग को धक्का लगा है। कई सैलानियों ने अपनी छुट्टियों की योजना बदल दी और वापस लौटने को बेताब हैं। कई लोग अपनी एडवांस बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी कई लोगों ने कश्मीर घूमने के लिए एडवांस बुकिंग की थी। अब वे अपने पैसे वापस चाह रहे हैं। वाराणसी के ट्रैवेल एजेंटों ने बताया कि अग्रिम बुकिंग रद्द होने से उनके उद्योग को करीब 15 करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ है।
लोगों को डर है कि इस वारदात से कश्मीर पर्यटन के मानचित्र से फौरी तौर पर बाहर हो जाएगा। इसकी भरपाई में लंबा समय लगेगा। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि कोविड के बाद जम्मू कश्मीर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय सैलानियों की पसंदीदा जगह बन गया था। इसका केंद्र शासित प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में योगदान सात-आठ फीसदी है। इससे लाखों लोगों को सीधे और परोक्ष रूप से रोजगार मिलता है।
वाराणसी टूरिज्म के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ने कहा, “घटना घटित हुई है पहलगाम की। उससे टूरिज्म बहुत बुरी तरीके से प्रभावित हुआ है। इन फैक्ट पूरे इंडिया का टूरिज्म प्रभावित हुआ है, लेकिन मैं वाराणसी की अगर बात करूं तो अभी जो कैंसिलेशन जिस हिसाब से ट्रैवल एजेंट्स और सारे कैंसिलेशन हो रहे हैं, अपडेट आ गई है कि लगभग 10 से 15 करोड़ का नुकसान इसी शहर को हो चुका है, क्योंकि ये जो पीरिएड है, इसी पीरिएड में सबसे ज्यादा मूवमेंट कश्मीर का होता था। क्योंकि गर्मी बढ़ रही है, जैसे-जैसे, वैसे बर्फ प्रदेश की तरफ लोग बढ़ रहे हैं।”
श्री दर्शन टूरिस्ट इंडिया के अवनीश कांत पाठक ने बताया, “परसों से, जिस समय घटना हुई है, उसके चार घंटे बाद से कैंसिलेशन लगातार आ रहे हैं हमारे पा। जो लोग भी एडवांस दे चुके थे, वो लोग भी पैसा वापस मंगवा रहे हैं। कह रहे हैं कि हम जान खतरे में डाल कर घूमने नहीं जा सकते। तो खाली कैंसिलेशन ही इस समय चल रहे हैं, बस। मेरे पास तो 24 कैंसिलेशन हो चुके हैं अभी तक। 24 लोगों के। 2022 से कोविड के बाद कश्मीर इंडिया का सबसे हॉटेस्ट डेस्टिनेशन बना हुआ था। प्रत्येक वर्ष बनारस से मैं, नहीं तो कम से कम डेढ़ सौ लोगों को भेज रहा था, लेकिन इस साल ये होने के नाते काफी लोगों को नुकसान हो रहा है। वहां के लोगों को भी हो रहा है, हम लोगों को भी हो रहा है।”
शुभ यात्रा टूर्स एंड ट्रैवल्स के पंकज सिंह का कहना था, “डर का माहौल है। कोई जाएगा ही नहीं। कश्मीर तो हम भी अब प्रोमोट नहीं कर रहे हैं। और लोग खुद भी डरे हुए हैं। बिल्कुल नहीं जा रहे हैं। आगे तो इन्क्वायरीज, हमें तो लग रहा है, आने वाले कई सालों के लिए, जैसे पहले हाल था, वही हाल आगे होने वाला है कश्मीर का। जैसे लोग पहले नहीं जाते थे। डरते थे जाने में। अब तो इस तरह की घटना देख के, दुर्घटना देख के बिल्कुल लोग कहीं जाना पसंद नहीं करेंगे।”