Delhi govt: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने शुक्रवार को कहा कि सरकार बढ़ते प्रदूषण के स्तर से निपटने के लिए एक व्यापक रूपरेखा तैयार करेगी। इसमें स्प्रिंकलर के साथ 1,000 पानी के टैंकर तैनात करना, ऊंची इमारतों में एंटी-स्मॉग गन लगाना और पुराने वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए शहर की सीमाओं पर CCTV कैमरे और LED स्क्रीन लगाना शामिल है। उन्होंने कहा कि रोडमैप 2025 से 2026 तक प्रदूषण से लड़ने के लिए शहर की रणनीति की रूपरेखा तैयार करेगा।
सिरसा ने कहा कि प्रमुख लक्ष्यों में से एक पीएम 2.5 के स्तर को नीचे लाना है। उन्होंने कहा, “हम हवा को साफ करने और पार्टिकुलेट मैटर को जमने में मदद करने के लिए कई हॉटस्पॉट पर वाटर मिस्ट सिस्टम लगा रहे हैं। ये पहल द्वारका में पांच किलोमीटर के दायरे में पहले ही सफल हो चुकी है।” सरकार अब इस परियोजना का विस्तार शहर भर में 13 चिन्हित हॉटस्पॉट तक कर रही है। धूल को कम करने के लिए, स्प्रिंकलर के साथ 1,000 से ज्यादा जीपीएस-सक्षम पानी के टैंकर तैनात किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, “ये टैंकर उच्च प्रदूषण स्तर वाले क्षेत्रों में जाएंगे। उनके मार्ग और प्रदर्शन की वास्तविक समय में निगरानी की जाएगी। जहां भी एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) बढ़ता है, वहां तुरंत टैंकर भेजे जाएंगे।” मंत्री ने कहा कि दिल्ली में प्रवेश करने वाले सभी प्रवेश बिंदुओं पर निगरानी बढ़ाई जाएगी ताकि 10 और 15 साल की आयु समाप्त हो चुके वाहनों के प्रवेश पर अंकुश लगाया जा सके। इन सीमाओं पर कैमरे और एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, जो वाहनों का विवरण प्रदर्शित करेंगी।
उन्होंने कहा, “डेटा एकत्र किया जा रहा है और इसके आधार पर वाहन मालिकों को स्वचालित संदेश भेजे जाएंगे, जिसमें उन्हें सूचित किया जाएगा कि यदि उनका वाहन अवैध माना जाता है तो वे दिल्ली में प्रवेश न करें।” सिरसा ने ये भी कहा कि ऊंची इमारतों में जल्द ही एयर वाटर गन लगाना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि सभी निर्माण स्थलों पर एक्यूआई मीटर अनिवार्य होंगे। उन्होंने कहा, “सब कुछ स्वचालित और एआई-संचालित होगा। हम सचिवालय में एक निगरानी स्टेशन बना रहे हैं, ताकि प्रदूषण के आंकड़ों तक पहुंचा जा सके और लाइव ट्रैक किया जा सके।”
सरकार सड़कों की सफाई को और अधिक स्वच्छ बनाने के लिए सभी डीजल-संचालित मैकेनिकल रोड स्वीपर को सीएनजी से बदलने की भी योजना बना रही है। उन्होंने कहा, “हम 100 प्रतिशत प्रदूषण मुक्त स्वीपिंग मशीनों की ओर बढ़ रहे हैं।”सिरसा ने कहा कि प्रदूषण से निपटने की कार्ययोजना के तहत बारिश को प्रेरित करने के लिए क्लाउड सीडिंग पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार आगामी चुनौतियों के लिए तैयारी कर रही है। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता प्रतिदिन प्रदूषण नियंत्रण प्रयासों की निगरानी कर रही हैं और विभागों में समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित कर रही हैं।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “दिल्ली में पॉल्यूशन को लेकर हम आने कुछ दिनों में अगले हफ्ते में आपको 2025-2026 में भाजपा की सरकार कैसे लड़ेगी और दिल्ली के लोगों को कैसे इससे निजाद दिलाएगी इसका पूरा फ्रेम वर्क एक रोडमैप सामने लाएंगे। इसमें हमने मुख्य तौर पर बिंदु लाएं हैं उसमें पांच तरह की चीजों पर लड़ाई हम लड़ रहे हैं। एक हवा को साफ करने के लिए जो पीएम 2.5 है वो नीचे बैठ जाए इसके लिए हम जगह-जगह सड़के के ऊपर एक वाटर मिस्ट सिस्टम लगा रहे हैं जो एनडीएमसी में पहले ही कामयाब हो चुका है।द्वारका में भी हमारा चार किलोमीटर का ये स्ट्रेच कामयाब हो चुका है। अब हम 13 हॉट स्पॉट के ऊपर इस पर काम कर रहे हैं।”