Uttar Pradesh: इंसानों और मोर-मोरनियों के रिश्ते हमेशा से मधुर रहे हैं। इन रिश्तों की बानगी साहित्य में अलग-अलग रूपों में देखने को मिलती रही है। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के छोटे से गांव में इस रिश्ते की नई मिसाल देखने को मिल रही है।
25 साल के अरुण कुमार जफरपुर रनयाली गांव के रहने वाले हैं। दो मोरनियों के साथ उनका घरेलू रिश्ता बन गया है। ये रिश्ता तब से है, जब वे छोटी-छोटी थीं। अरुण की उनसे इतनी घनिष्टता है कि वे उनकी जिंदगी का हिस्सा बन गई हैं।
अरुण छह महीने से रोजाना उन्हें तीनों वक्त खाना खिला रहे हैं। रोटी, चावल, खीरा, मूली- अरुण की थाली में जो भी आता है, वो दोनों मोरनियों का भी आहार बनता है। अरुण कुमार और मोरनियों के रिश्ते बताते हैं कि इंसान चाहे, तो निश्चित रूप से जानवरों के साथ प्रेम से जी सकता है। इनकी दोस्ती ना सिर्फ दुर्लभ है, प्रेरक भी है।