Kota: राजस्थान के कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, यहां डॉक्टरों ने मरीज की जगह उसके पिता का ऑपरेशन कर डाला। जब इस गलती का पता चला तो डॉक्टरों ने उसे ओटी के बाहर बैठा दिया। घटना की शिकायत अस्पताल प्रशासन से की गई है, मामले की जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, जिले के अटरू निवासी मनीष, जो हाल ही में एक सड़क हादसे में घायल हुआ था। उसको इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था। हाथ में चोट के चलते डॉक्टरों को ऑपरेशन करना था, लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि डॉक्टरों ने मनीष की जगह उसके पिता का ऑपरेशन कर दिया।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, जगदीश नाम का एक मरीज था जिसकी बाईपास सर्जरी होनी थी और जब उसका नाम पुकारा गया तो मनीष के पिता ऑपरेशन थियेटर के अंदर चले गए। मनीष ने बताया कि “जब मुझे सर्जरी के बाद बाहर निकाला गया तो मैंने पाया कि मेरे पिता गायब थे। बाद में मैंने देखा कि पूरी तरह स्वस्थ होने के बावजूद उन्हें कुछ टांके लगे थे।”
कोटा मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संगीता सक्सेना ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है, जैसे ही यह बात मेरी जानकारी में आई, मैंने अधीक्षक को आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने का निर्देश दिया। समिति 72 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।” इस बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कथित घटना की निंदा की और राज्य में सरकारी अस्पतालों के “खराब प्रबंधन” के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी की आलोचना की।
एक्स पर में गहलोत ने कहा कि “कांग्रेस के शासन में राजस्थान में देश का सबसे बेहतरीन स्वास्थ्य मॉडल था। अब हर दिन चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी ऐसी खबरें आती हैं, जो हमें शर्मिंदा कर देती हैं। सरकारी अस्पतालों में न तो दवाइयां हैं और न ही इलाज ठीक से हो रहा है।” गहलोत ने कोटा की घटना का जिक्र करते हुए कहा, “मीडिया में तो यहां तक खबरें हैं कि कहीं एक मरीज के पिता की सर्जरी भी हो गई।” राजस्थान के पूर्व मंत्री और कोटा-उत्तर से कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने भी घटना की निंदा की और पिता-पुत्र को आर्थिक मुआवजा देने की मांग की।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल DR. संगीता सक्सेना ने कहा कि “मुझे इसके बारे में आज ही पता चला है और इसके बारे में आज मैं जब सुपरिटेंडेंट से बात करी कि क्या इशू है तो उनको भी आज ही ज्ञापन मिला था। तो मैंने उन्हें सख्त हिदायत दी है कि एक कमेटी बनाकर इसकी पूरी जांच की जाये। कमेटी दो-तीन दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मामले की जांच की जा रही है, हमें शिकायत मिली कि किसी और के बजाय गलती से जगदीश पांचाल का ऑपरेशन कर दिया गया।”