Mizoram: वित्त मंत्रालय ने बताया कि राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने मिजोरम के आइजोल के बाहरी इलाके से 52.67 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की गोलियां जब्त की हैं, जिनकी अंतरराष्ट्रीय दवा बाजार में कीमत 52.67 करोड़ रुपये है। शुरुआती जांच से पता चलता है कि मादक पदार्थ को म्यांमार से जोखावथर सेक्टर के जरिए मिजोरम में तस्करी करके लाया गया था। वित्त मंत्रालय ने बताया कि 11 अप्रैल को देर रात DRI ने कार्रवाई की। अधिकारियों ने एक 12-पहिया ट्रक को रोका और आइजोल के बाहरी इलाके से 52.67 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की गोलियां जब्त कीं। ट्रक के अंदर सावधानीपूर्वक पैक किए गए कुल 53 ईंट के आकार के पैकेट पाए गए, जो प्रतिबंधित सामान ले जा रहे थे।
पैकेटों पर हीरे के प्रतीकों के साथ “3030 एक्सपोर्ट ओनली” और “999” जैसे शिलालेख थे और उनमें नारंगी-गुलाबी गोलियां थीं। मंत्रालय ने कहा कि NDPS फील्ड टेस्ट किट का उपयोग करके किए गए परीक्षणों से पुष्टि हुई कि गोलियों में मेथामफेटामाइन था। नागालैंड में पंजीकृत ये ट्रक जोखावथर से त्रिपुरा की ओर जा रहा था। जांच में पता चला कि इसने पहले मेघालय से चम्फाई तक सीमेंट पहुंचाया था, फिर जोखावथर पहुंचकर प्रतिबंधित सामान लोड किया। ट्रक में कोई घोषित माल नहीं था।DRI ने मिजोरम से निकलने से पहले इसे रोक लिया था।
ट्रक के ड्राइवर और कंडक्टर को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम, 1985 के तहत गिरफ्तार किया गया। DRI अब इस तस्करी के नेटवर्क की जांच कर रही है। मेथामफेटामाइन, जिसे ‘आइस’ या ‘क्रिस्टल मेथ’ के रूप में भी जाना जाता है, भारत में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। ये एक खतरनाक और प्रतिबंधित मादक पदार्थ है। चालू कैलेंडर वर्ष में DRI ने उत्तर पूर्वी क्षेत्र में 148.50 किलोग्राम मेथामफेटामाइन की गोलियां जब्त की हैं।