Bahraich: बहराइच जिले के महसी तहसील के हरदी थानाक्षेत्र में सिसैया चूरामणि गांव के मजरा वग्गर में 14 अप्रैल को घर के आंगन में सो रहे आठ वर्षीय बच्चे को एक हिंसक जानवर उठाकर ले गया और उसे घायल कर दिया। अधिकारियों के अनुसार घायल बालक घर से करीब एक किलोमीटर दूर मिला। उसका बायां हाथ चबाया हुआ और गर्दन पर चोट लगी थी।
परिजन इसे ‘‘भेड़िए का हमला’’ बता रहे हैं, जबकि वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग के सूत्र ‘‘हमलावर जानवर भेड़िया है अथवा कोई अन्य जानवर’’ इस पर पक्का कुछ नहीं बता पा रहे हैं। जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एम एम त्रिपाठी ने बताया कि सिसैया चूरामणि गांव के मजरा वग्गर निवासी आठ वर्षीय बाउर उर्फ घनश्याम को आज सुबह जख्मी हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, उसे किसी जानवर ने काटा है।
त्रिपाठी ने कहा,‘‘ बच्चे गर्दन पर थोड़ी खरोंच है, हाथ में जानवर द्वारा काटने के निशान हैं। उसे टांके लगाये गये हैं, इलाज किया जा रहा है। बच्चे की हालत ज्यादा गंभीर नहीं है, वह ठीक हो जाएगा।’’ प्रभागीय वनाधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया,‘‘बालक बाउर के पिता के घर में निर्माण चल रहा है, इसीलिए रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात ये लोग घर के बाहर सो रहे थे। 14 अप्रैल को करीब चार बजे एक महिला ने शोर मचाया कि कुत्ता किसी की गुड़िया को ले जा रहा है। बाद में पता चला कि कोई जानवर बच्चे को ले गया है।’’
प्रभागीय वनाधिकारी के मुताबिक लोग पीछे दौड़े तो शोर सुनकर जानवर बच्चे को घायलावस्था में कुछ दूरी पर छोड़कर भाग गया। दरअसल गांव में किसी ने स्पष्ट तौर पर नहीं देखा है कि वो कौन सा जानवर था। सिंह ने बताया कि घनश्याम मंदबुद्धि बालक है, वो हाथ पैर से भी विकलांग है, चल फिर नहीं सकता।