Gujarat: अपने देश में गर्मियों के मौसम में आम का जिक्र होना बेहद आम है, गुजरात के मशहूर केसर आम गर्मी के मौसम में बहुत पसंद किए जाते हैं लेकिन इस बार केसर आम के शौकीनों को थोड़ा झटका लग सकता है।
भावनगर के सोसिया क्षेत्र में आम के ये बाग भले ही ठीक-ठाक दिखाई दे रहे हों लेकिन एक रोग की वजह से ये सूखते जा रहे हैं। किसानों का कहना है कि “हाल की परिस्थति यह है कि इस साल हमने आम की फसल पर बहुत पैसा लगाया है, लेकिन ‘ततरिया’ नामक बीमारी ने इसे प्रभावित कर दिया है। इस वजह से इस सीजन में आम की खेती में बहुत नुकसान हुआ है।
केसर आम के उत्पादन के लिए जाना जाने वाला क्षेत्र अब औसतन 30 से 50 फीसदी गिरावट का सामना कर रहा है। “अभी तो परिस्थति बहुत खराब है। अगर नियमित आय नहीं होगी तो किसान कैसे अपना गुजारा करेंगे? हमने सरकार से बार-बार गुहार लगाई है, लेकिन अभी तक हमें कोई मदद नहीं मिली है। हमसे किसी ने नहीं पूछा। हमने कई बार आवाज उठाई है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है।”
इसके साथ ही कहा कि लगान हमारे यहां एक बीघा यानी 16 गुंठा में साल भर में करीब 25,000 रुपए का खर्चा करीब आ जाता है लेकिन इस साल उत्पादन बहुत कम होने वाला है, इसलिए किसानों को बहुत नुकसान होने वाला है। हमने सरकार से अपील की है और आगे भी करते रहेंगे। सरकार को किसानों को कुछ न कुछ (सहायता) जरूर देनी चाहिए।”
उत्पादन में गिरावट से सिर्फ़ आम के किसान ही चिंतित नहीं हैं, बल्कि व्यापारी और ग्राहक भी चिंतित हैं, अगर उत्पादन कम होता है तो आपूर्ति भी कम होगी लेकिन कीमत बढ़ जाएगी। हो सकता है कि मेन्यू से भी आपका पसंदीदा आम नदारद हो जाए
किसानों को उम्मीद है कि सरकार बीमारी से निपटने के लिए उपाय करेगी और पूरी तरह से नष्ट होने से पहले कम से कम केसर आम की फसल का कुछ हिस्सा बचाने में मदद करेगी।