Uttar Pradesh: अयोध्या के राम मंदिर में अगले महीने तीन दिन का एक खास कार्यक्रम होगा, जिसमें “राम दरबार” की स्थापना की जाएगी। लेकिन आम लोगों के लिए ये दर्शन के लिए छह जून से ही खुलेगा। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम दरबार मंदिर की पहली मंजिल पर स्थापित किया जाएगा। इस दौरान “जल-वास”, “अन्न-वास”, “औषधि-वास” और “शय्या-वास” जैसे धार्मिक अनुष्ठान भी किए जाएंगे, जो मुख्य दिन से दो दिन पहले शुरू होंगे।
ये कार्यक्रम मंदिर के निर्माण के पूरा होने का भी संकेत होगा। मंदिर का निर्माण 2020 में शुरू हुआ था, और 2024 में राम लला की मूर्ति की प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। राम दरबार में लगभग पांच फीट ऊंची राम की संगमरमर की मूर्ति होगी, जिसे जयपुर में बनाया गया है। इसमें सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान की मूर्तियां भी रहेंगी।
जयपुर से कुल 18 मूर्तियां आने वाली हैं, जिनमें महर्षि वाल्मीकि, गुरु वशिष्ठ, विश्वामित्र, ऋषि अगस्त्य, निषादराज, शबरी, अहिल्या और कई दूसरे संतों की मूर्तियां शामिल हैं। संत तुलसीदास की मूर्ति पहले ही लग चुकी है। चंपत राय ने बताया कि अप्रैल के आखिर तक मंदिर स्थल से टावर क्रेन हटा ली जाएगी। उसके बाद उत्तर और दक्षिण तरफ की परिक्रमा दीवारों का बचा हुआ काम दोबारा शुरू होगा।