Nirmala Sitharaman: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ब्रिटेन के लंदन में भारत की उल्लेखनीय आर्थिक प्रगति पर जोर देते हुए कहा कि देश का संचयी सकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) 2000 से 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा हो गया है। उन्होंने लंदन में भारतीय उच्चायोग में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि पिछले ढाई दशकों में वैश्वीकरण ने भारत को व्यापार, निवेश और तकनीकी उन्नति में बहुत शानदार मौके दिए हैं।
उन्होंने कहा कि एक भरोसेमंद निवेशक के रूप में भारत ने एफडीआई यानी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को आकर्षित किया है। उनके मुताबिक 2000 से अब एक एफडीआई एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा का आंकड़ा पार कर चुका है। वित्त मंत्री सोमवार शाम को लंदन पहुंचीं। वो आठ से 13 अप्रैल तक ब्रिटेन और ऑस्ट्रिया के दौरे पर हैं। सीतारमण ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) के साथ साझेदारी में लंदन में भारतीय उच्चायोग में “इन-कन्वर्सेशन” सत्र के साथ अपनी ब्रिटेन दौरे की शुरूआत की।ये सेशन भारत-यूके संबंधों को मजबूत करने के उनके व्यापक एजेंडे का हिस्सा था।
निर्मला सीतारमण ने कहा, “पिछले ढाई दशकों में वैश्वीकरण ने भारत को व्यापार, निवेश और तकनीकी उन्नति में बहुत शानदार मौके दिए हैं। एक भरोसेमंद निवेशक के रूप में भारत ने एफडीआई को आकर्षित किया है, जो 2000 से एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है। निवेशक अनुकूल नीतियां और बेहतर वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता हमारे देश में पूंजी और प्रौद्योगिकी को बुलाने में कामयाब है। अपनी वैश्विक संबंधों को देखते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था भू-राजनीतिक तनाव, व्यापार व्यवधान और वित्तीय बाजार की अस्थिरता के कारण पैदा होने वाले वैश्विक जोखिमों और चुनौतियों से अलग नहीं है।”