Haldwani: उत्तराखंड में हल्द्वानी वन विभाग के जौलासाल रेंज में ये पेड़ एक सदी से भी ज़्यादा समय का गवाह बना हुआ है। 94 फीट की परिधि और 118 फीट की ऊँचाई के इस पेड़ को कुछ साल पहले चैंपियन ट्री घोषित किया गया था। आज चैंपियन ट्री पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि मौसमी नदी से होने वाले मिट्टी के कटाव के कारण इसकी जड़ों को खतरा पैदा हो गया है।
हल्द्वानी वन प्रभाग ने चैंपियन ट्री के खराब हालात को देखते हुए इसके चारों ओर तटबंधों का निर्माण शुरू कर दिया है। सेमल का ये पेड़ सैकड़ों पक्षियों, कीड़ों और दूसरे जीवों का घरौंदा है। वन विभाग का कहना है कि वो इस सौ साल पुराने विशालकाय पेड़ की सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश करेगा।
हल्द्वानी के DFO कुंदन कुमार ने कहा, “ये हमारे हल्द्वानी वन प्रभाग के अंतर्गत जौलासाल रेंज है, जिसमें हमारा एक सेमल (कपास-रेशम) का पेड़ है, जिसकी गोलाई है जो 90 फीट से ज्यादा है। 2015 में वन विभाग के जो फिल्ड कार्मिक हैं, उन्होंने गश्त के दौरान इसको ढूंढा था और जो इसकी गोलाई थी और जो इस तरह का वृक्ष बहुत रेयर देखने को मिलता है तो 2018 में इसको ‘चैंपियन ट्री’ बोला गया था।”