Navratri 2025: देश भर और खास कर उत्तर भारत के मंदिर रविवार सुबह से घंटियों की आवाज से गूंज रहे हैं। मंदिरों में भजन गाए जा रहे हैं जहां चैत्र नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। खास कर हरिद्वार, वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, जयपुर और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मंदिरों में भारी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने पहुंच रहे हैं।
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में सूर्य उगने के पहले से ही हजारों श्रद्धालुओं का तांता लग गया। लखनऊ के चंद्रिका देवी मंदिर का माहौल भक्तिमय था। यहां पूजा के लिए सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई थी। कटरा के वैष्णो देवी मंदिर में एक दिन पहले से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी थी। लोग धीरज के साथ अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे।
भारी भीड़ को देखते हुए अधिकारियों और प्रशासन ने खास व्यवस्था की है। आने वाले समय में यहां श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ने की संभावना है। उत्तर प्रदेश का अयोध्या राम मंदिर के लिए मशहूर हो चुका है। यहां काली मंदिर को समर्पित छोटी देवकाली मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। शिव की नगरी वाराणसी के दुर्गा माता मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी। हर कोई मां दुर्गा का आशीर्वाद पाना चाहता था।
इनके अलावा प्रयागराज, जयपुर और दिल्ली के मंदिरों में भी चैत्र नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगी। प्रयागराज के मशहूर अलोपी देवी शक्ति पीठ में भारी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने पहुंचे। जयपुर में जैसे ही अमर शीला मंदिर का पट खुला, श्रद्धालुओं की भीड़ गर्भगृह में जाने की कोशिश करने लगी। हर कोई माता का आशीर्वाद लेने के लिए बेताब था। दिल्ली के भी अलग-अलग मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
मशहूर झंडेवालां मंदिर में सुबह-सुबह खास आरती की गई। चैत्र नवरात्रि नौ दिन चलने वाला हिंदूओं का त्योहार है। ये त्योहार हिंदू चंद्र कैलेंडर की शुरुआत होता है। चैत्र नवरात्रि देवी दुर्गा को समर्पित है। हर दिन देवी के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है।