Srinagar: जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के ऐतिहासिक ईदगाह में मिम्बर (उपदेश देने के लिए मंच) का निर्माण शुरू हो गया, जबकि इस बात पर सस्पेंस बना हुआ है कि वहां नमाज़ पढ़ने की अनुमति होगी या नहीं।
जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड इस उम्मीद में मिम्बर का निर्माण कर रहा है कि 2019 से ईदगाह में नमाज़ पढ़ने की अनुमति नहीं दी गई है।
जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष दरक्षण अंद्राबी ने कहा, “हमें काम सौंपा गया है और हम इसे पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। लोगों की कुछ उम्मीदें हैं और हम इसे पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने कश्मीर के सबसे बड़े मिम्बर के निर्माण का उद्घाटन किया है।”
ये पूछे जाने पर कि क्या ईदगाह में नमाज़ पढ़ने की अनुमति होगी? दरक्षण अंद्राबी ने कहा, “सरकार इस पर फैसला करेगी। वक्फ बोर्ड इस पर फैसला नहीं ले सकता।”
जम्मू कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष के दरक्षण अंद्राबी ने बताया कि प्रशासन का ये फैसला होगा, सरकार का ये फैसला होगा। हमारा एक छोटा सा विभाग है और छोटे से विभाग में हमें जो काम दिया है, जो हम काम कर सकते हैं वो हम तक हैं। हम वो काम कर रहे हैं। बखूबी कर रहे हैं कि लोगों की उम्मीद जो हमारे विभाग के साथ जुड़ी हुई है। वो पूरी हो जाए और आज आपके सामने मुझे लगता है कि कश्मीर का सबसे ‘मिम्बर’ तामीर हुआ है।”