Stock Market: कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज में भारी लिवाली के चलते इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स करीब 610 अंक की बढ़त के साथ 74,000 अंक के स्तर को पार कर गया। वहीं निफ्टी भी लगातार दूसरे दिन 22,500 अंक से ऊपर बंद हुआ।
कनाडा और मैक्सिको के वाहन निर्माताओं पर टैरिफ में नरमी के ट्रंप के फैसले के बाद वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों ने तेजी को समर्थन दिया। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 609 अंक चढ़कर 74,340 पर जबकि एनएसई निफ्टी 207 अंक चढ़कर 22,544 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील और बजाज फिनसर्व सबसे ज्यादा चढ़े। वहीं टेक महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, जोमैटो, टाटा मोटर्स और इंडसइंड बैंक के शेयर सबसे ज्यादा लुढ़के।
मार्केट एक्सपर्ट शरद कोहली ने कहा कि “मुझे लगता है कि बाजार धीरे-धीरे ट्रे़ड वॉर या राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा दी गई टैरिफ वॉर की धमकियों को अपना रहा है और ये धीरे-धीरे व्यापारियों और निवेशकों और बाजार हलकों में भी घर कर रहा है कि आखिरकार कम से कम भारतीय बाजारों पर इसका उतना प्रभाव नहीं होगा जितना कि लग रहा था। मेरे हिसाब से ये एक हेडलाइन की धमकी थी, ये एक हेडलाइन की तरह थी, आप जानते हैं कि ये सुनिश्चित करने के लिए कि दुनिया भर के देश अमेरिकी वस्तुओं के खिलाफ टैरिफ को यथासंभव कम करने की कोशिश करें, इसलिए चीजें थोड़ी बेहतर लगती हैं।”
सभी क्षेत्रीय सूचकांकों में मजबूती रही। मेटल, ऑयल एंड गैस, एफएमसीजी, हेल्थकेयर, ऑटो और कैपिटल गुड्स के शेयर सबसे ज्यादा चढ़े। जापान के निक्केई, हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग, सियोल के कोस्पी और चीन के शंघाई कम्पोजिट सहित लगभग सभी एशियाई बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। बुधवार को वॉल स्ट्रीट बढ़त के साथ बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को शुद्ध विक्रेता रहे, उन्होंने 2,895 करोड़ रुपए से ज्यादा के शेयर बेचे।