Uttarakhand: केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे पवित्र स्थलों के लिए मशहूर उत्तराखंड में एक नए आध्यात्मिक स्थल- ‘सैन्य धाम’ का अनावरण होने वाला है। इसे राज्य के पांचवें धाम के रूप में मान्यता दी जाएगी। राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उम्मीदों से प्रेरित ये परियोजना अगले महीने पूरी हो जाएगी और जल्द ही इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
सैन्य धाम में दूसरे विश्व युद्ध से लेकर वर्तमान तक उत्तराखंड के सैनिकों की बहादुरी और बलिदान का सम्मान किया जाएगा। यहां उनके नाम, तस्वीरें और कहानियां प्रदर्शित की जाएंगी। यहां भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की भव्य प्रतिमा के साथ-साथ भारतीय सेना में पूज्य बाबा हरभजन सिंह और बाबा जसवंत सिंह को समर्पित मंदिर भी हैं। पूर्व सैनिक, भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने वाली इस परियोजना की अहमियत पर प्रकाश डालते हैं।
सैन्य धाम उत्तराखंड के वीर सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि और एक प्रमुख पर्यटन स्थल दोनों का काम करेगा। ये धाम सैलानियों को क्षेत्र की सैन्य विरासत से गहरा जुड़ाव प्रदान करता है। ये धाम गुनियाल गांव में है। यहां के लोगों के लिए ये एक “ऐतिहासिक आशीर्वाद” है। चार एकड़ में फैली इस परियोजना का विकास 91.26 करोड़ रुपये के निवेश से किया जा रहा है।