Delhi: क्या आम और क्या खास, खुद में इतिहास को समेटे ये विंटेज कारें हर किसी को अपनी ओर खींच रही हैं। ये विंटेज कारें ’21 गन सैल्यूट कॉन्कोर्स डी एलिगेंस’के 11वें एडिशन में दिल्ली की सड़कों पर दिख रही हैं। ये दुर्लभ कारें राजा-महाराजाओं के दौर की याद दिला रही है। कुछ कारें तो ऐसी हैं जिनके आगे बेहतरीन, मॉडर्न और हाई-परफॉर्मेंस वाली कारें भी पीछे छूट जाएं। विंटेज कारों की इस सालाना रैली को केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इंडिया गेट पर हरी झंडी दिखाई।
इसमें आइकॉनिक मॉडल वाली 100 से ज्यादा विंटेज कारें और 50 मोटरसाइकिलें शामिल थीं। विटेंज कारों के शौकीन लोगों के लिए ये मौका किसी उत्सव से कम नहीं है। देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग इसमें शामिल होते हैं। इनमें उद्योगपति योहान पूनावाला दिवंगत टाटा संस के अध्यक्ष रतन टाटा के छोटे भाई, जिमी टाटा और मशहूर कार संग्राहक और रेस्टोरर विवेक गोयनका अपनी-अपनी चमचमाती और बेहतरीन तरीके से संरक्षित की गई विंटेज कारों के साथ मौजूद हैं।
वहीं गुजराती बिजनेसमैन दमन ठाकोर ने अपनी खास 1950 MG YT (नाइंटी फिफ्टी एमजी वाईटी) पेश की। ये विंटेज कनवर्टेबल है जिसे वे प्यार से ‘लाल परी’ कहते हैं। विंटेज कारों के शौकीनों में उदय बहादुर भी शामिल हैं जो ऐसी रैलियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इस रैली में वे अपनी दो विंटेज कारों- 1957 बेंटले एस वन सैलून और 1947 एमजी टीसी के साथ हिस्सा ले रहे हैं।
विंटेज कारों की रैली इंडिया गेट से लेकर गुरुग्राम के एंबिएंस गोल्फ ग्रीन्स तक निकली जहां उन्हें अगले दो दिनों तक प्रदर्शित किया जाएगा। एक अंतरराष्ट्रीय जूरी प्रामाणिकता, मौलिकता और हिस्टॉरिकल वैल्यू के आधार पर कारों कों जांच रही है। इसी आधार पर उन्हें पुरस्कार भी दिए जाएंगे। इवेंट के फाउंडर ने इसकी अहमियत का जिक्र करते हुए लोगों से विंटेज कारों की इस खूबसूरत दुनिया का हिस्सा बनने की अपील की। ’21 गन सैल्यूट कॉन्कोर्स डी एलिगेंस’का 11वां एडिशन 23 फरवरी तक चलेगा।