Ramnagar: गर्मी आने से पहले उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारी जानवरों के लिए खास बंदोबस्त कर रहे हैं, राष्ट्रीय उद्यान के सभी जल निकायों में पानी भरा जा रहा है, ताकि जानवरों और चिड़ियों को गर्मी में पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी मिले।
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में करीब डेढ़ सौ जल निकाय हैं। इनमें कुछ प्राकृतिक हैं और कुछ खुदाई करके बनाए गए हैं, पार्क अधिकारियों ने बताया का जल भराव के अलावा जानवरों की सुविधा के अनुरूप कृत्रिम जलाशयों की मरम्मत भी की जा रही है।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क करीब एक हजार 300 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहां बाघ, तेंदुए, सियार, हाथी और कई तरह के सांप पाए जाते हैं। इनके अलावा यहां चिड़ियों की भी कई किस्में पाई जाती हैं।
उद्यान का वार्डन अमित ग्वास्कोटि ने बताया कि “कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में लगभग 150 वाटर होल्स हैं, जिसमें कि 70 पक्के हैं और बाकी कृत्रिम जलाशय हैं। तो इसमें जो नैचुरल रिसोर्सेज हैं, उससे पानी के तालाब हमेशा भरे रहते हैं और जो आर्टिफिशियल हैं, उनको अमूमन 15 फरवरी के बाद से इनको भरा जाता है, फायर सीजन के बाद में, जब आसपास में पानी की कमी रहती है और वन्य जीवों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। इसके लिए वाटर होल्स को पानी से फिल किया जाता है।”