Maha Kumbh: 300 स्वच्छता कर्मियों ने रचा इतिहास, घाटों पर सफाई कर बनाया विश्व रिकॉर्ड

Maha Kumbh: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में 50 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान के विश्व रिकॉर्ड के साथ ही तीर्थराज ने स्वच्छता की दिशा में भी एक अनूठा विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इसके तहत, 300 से ज्यादा स्वच्छताकर्मियों ने एक साथ अलग-अलग घाटों पर सफाई कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने सफाई कर्मचारियों के काम को बारीकी से देखा, पूरी पड़ताल के बाद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने इसे गिनीज बुक में शामिल करने पर मुहर लगा दी। हर सफाई कर्मचारी के काम पर नज़र रखने के लिए उनके हाथ पर एक क्यूआर कोड वाला बैंड लगाया गया था, मेला प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को बनाने के साथ साथ जल स्रोतों की सफाई का संदेश देना भी है।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स को सौंपी जाने वाली ऑडिटर की रिपोर्ट की बारीकी से जांच के बाद आधिकारिक तौर पर ऐलान किया जाएगा कि इस कार्यक्रम को गिनीज बुक में जगह मिलेगी या नहीं।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि प्रवीण पटेल ने कहा कि “यह गिनीज वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड का कार्यक्रम है। ये कई स्थानों पर एक साथ नदी की सफाई के बारे में किया गया कार्यक्रम है। इसलिए हमारे पास यहां तीन साइटें हैं और नदी के उस तरफ दो दूसरी साइटें भी हैं। ये एक साइट थी। मैं यहां इस साइट को कंट्रोल कर रहा था। मेरा काम ये तय करना है कि यहां यदि 150 कर्मचारी हैं, तो क्या सभी ने सफाई में भाग लिया? क्या सभी ने वास्तव में नदी को साफ किया? क्या नदी को उनके सफाई से लाभ हुआ? ये इसका हिस्सा था। इसलिए, हमारे पास एक विशेषज्ञ गवाह हैं और एक पर्यावरणविद् मेरी मदद कर रहे हैं। उन्होंने बताया है कि कर्मचारियों के साफ-सफाई से नदी को फायदा होगा, इसलिए ये एक बिल्कुल नया रिकॉर्ड है, जो दुनिया में कभी नहीं बना
है।”

महाकुंभ मेला के ऑडिटर नीरज अग्रवाल ने बताया कि “हम लोगों को ये चेक करना है कि जितने पर्सेंट मेला प्राधिकरण क्लेम कर रहा है, करेक्ट है या नहीं। वो सही कह रहे हैं या नहीं। वो क्लेम कर रहे हैं कि इतने लोगों ने ये साफ किया है, महाकुंभ में इतनी क्लिनिंग की है, ये सही है या नहीं, हम इसे सर्टिफाई कर रहे हैं। हमने हर स्वीपर को रिस्टवॉच दी है, क्यूआर कोड दिया है। स्कैन किया है, नंबर की गिनती की
है।”

इसके साथ ही महाकुंभ के ओएसडी आकांक्षा राणा ने कहा कि “दुनिया में पहली बार ये गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड यहां बनाया गया, जिसमें 300 सफाईकर्मियों ने एक साथ अलग-अलग जगहों पर नदी की साफ-सफाई की है। और इसके माध्यम से हम दुनिया और देश को ये संदेश देना चाहते हैं कि आप हर नदी को वॉटर बाडी को साफ रखें, स्वच्छ रखें, अविरल रखें।”

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