Budget: केंद्रीय बजट में नई और उभरती प्रौद्योगिकियों पर फोकस किया गया है, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीसीसी यानी वैश्विक क्षमता केंद्रों के लिए एक राष्ट्रीय ढांचे की घोषणा की। इसके साथ ही शिक्षा क्षेत्र में एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए उत्कृष्टता केंद्र बनाने की घोषणा की गई है। इसके लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, वित्त मंत्री ने कहा कि अगली पीढ़ी के स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए डीप टेक ‘फंड ऑफ फंड्स’ की खोज की जाएगी।
विस्तारित दायरे और अतिरिक्त 10,000 करोड़ रुपये के नए योगदान के साथ एक नया फंड ऑफ फंड्स भी प्रस्तावित है, उभरते टियर-टू शहरों में वैश्विक क्षमता केंद्रों को बढ़ावा देने के लिए राज्यों को मार्गदर्शन के रूप में एक राष्ट्रीय रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसमें प्रतिभा और बुनियादी ढांचे की उपलब्धता बढ़ाने, भवन उप-नियमों में सुधार और उद्योग के साथ सहयोग के लिए तंत्र के उपाय सुझाए जाएंगे।
सीतारमण ने कहा, “मैंने 2023 में कृषि, स्वास्थ्य और टिकाऊ शहरों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तीन उत्कृष्टता केंद्रों की घोषणा की थी। अब शिक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में उत्कृष्टता केंद्र 500 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ स्थापित किया जाएगा।” स्टार्टअप के लिए भी खुशी की बात है क्योंकि विस्तारित दायरे के साथ एक नया ‘फंड ऑफ फंड्स’ स्थापित किया जाएगा और इसमें अतिरिक्त 10,000 करोड़ रुपये का नया योगदान होगा।
उन्होंने कहा, “स्टार्टअप के लिए वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) को 91,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रतिबद्धताएं प्राप्त हुई हैं। इन्हें 10,000 करोड़ रुपये के सरकारी योगदान से स्थापित फंड ऑफ फंड्स द्वारा सहायता दी जाती है। अब, विस्तारित दायरे और 10,000 करोड़ रुपये के नए योगदान के साथ एक नया फंड ऑफ फंड्स स्थापित किया जाएगा।”
पूंजी तक पहुंच में सुधार करने के लिए, स्टार्टअप के लिए ऋण गारंटी कवर को 10 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 20 करोड़ रुपये किया जाएगा। साथ ही आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्वपूर्ण 27 फोकस क्षेत्रों में ऋण के लिए गारंटी शुल्क को घटाकर एक प्रतिशत किया जाएगा। देश की एआई महत्वाकांक्षाओं को दिखाते हुए, आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस हफ्ते की शुरुआत में सामान्य कंप्यूटिंग सुविधा के तहत 18,693 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) को सूचीबद्ध करने की घोषणा की।
ये भी घोषणा की गई कि चीन के एआई प्लेटफॉर्म पर डेटा सुरक्षा और गोपनीयता संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए ओपन सोर्स मॉडल डीपसीक को जल्द ही भारतीय सर्वर पर होस्ट किया जाएगा।