Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में बारामूला जिले की बोनियार तहसील में नियंत्रण रेखा के पास चौटाली गांव है। गांव के लोग अस्पताल और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी सेना के भरोसे हैं। बोनियार तहसील से लगभग 12 किलोमीटर दूर गांव बर्फबारी के दौरान बाकी दुनिया से कट जाता है। गांव वालों की रोजमर्रे की जिंदगी भी दूभर हो जाती है।
2021 में भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते से बेशक गांव के लोग सुकून की जिंदगी जी रहे हैं, लेकिन बुनियादी ढांचे के अभाव से बाकी चुनौतियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं। बुनियादी ढांचे के नाम पर चारों तरफ पहाड़ से घिरे गांव में एक प्राथमिक विद्यालय और एक मोबाइल टावर है। लोगों का कहना है कि वे बार-बार सहूलियत देने की गुहार लगाते हैं, लेकिन अधिकारी उनकी एक नहीं सुनते।
गांव को सहारा है तो सेना का। सेना की बदौलत जरूरतमंदों को अस्थायी नौकरियां मिल जाती हैं और आपात स्थिति में मदद मिल जाती है। एक बार फिर चौटाली गांव के लोगों ने सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है, ताकि उनकी मुश्किलें कुछ कम हों।