Bhumi Pednekar: अभिनेत्री और जलवायु कार्यकर्ता भूमि पेडनेकर का कहना है कि वो समाज को बेहतर कैसे बनाया जाए, इस पर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ( WEF) में बातचीत में शामिल होने के लिए दावोस में हैं।
दावोस में पेडनेकर ने कहा, “मुझे बहुत गर्व है कि मुझे ऐसा मंच मिला। जैसा कि मैंने इंटरव्यू की शुरुआत में कहा था। मुझे बहुत शांति मिलती है। जब मैं दिन-रात इसके बारे में सोचती हूं, सोचती हूं कि मैंने कुछ अच्छा किया। मेरी वजह से, शायद कहीं न कहीं थोड़ा सकारात्मक बदलाव आया है। विश्व स्तर पर इतने सारे नेता आए हैं। उन सभी का एक ही एजेंडा है कि हमारे समाज को कैसे बेहतर बनाया जाए। मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है। अब कार्रवाई करने का समय आ गया है।”
भूमि उन पांच युवा वैश्विक नेताओं में से एक हैं, जिन्हें 2025 में एक बेहतर दुनिया के लिए अपने विचार रखने करने के लिए दावोस में आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने कहा, “…चाहे फिल्में हों, सामाजिक रूप से या किसी भी प्रकार का प्रभाव हो, सकारात्मक प्रभाव डालना बहुत महत्वपूर्ण है। मैंने अपने करियर की शुरुआत से ही ऐसी कहानियां बनाने की कोशिश की हैं जो हमारे समाज को थोड़ा बेहतर बनाए और लोगों की सोच में बदलाव लाएं। मैं ऑफ-स्क्रीन जो भी काम कर रही हूं, मैं अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रही हूं।”
उन्होंने फिल्म निर्माण को लोकतांत्रिक बनाने और सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की अहमियत पर भी जोर दिया।
पेडनेकर ने कहा, “हम एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दुनिया में रह रहे हैं। हम एक कगार पर हैं। कुछ बहुत ही विनाशकारी होने वाला है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि ये हमारी कहानियों का लोकतंत्रीकरण करेगा। ये ऐसा क्यों करेगा ? क्योंकि यदि आप तकनीकी रूप से सोचते हैं, तो विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादकता बदल जाएगी। क्या ये मानव नौकरियों पर कब्ज़ा कर लेगा? लेकिन हमें कई जगहों पर नौकरियां पैदा करनी होंगी, जिससे इस तकनीक में विकास हो।”