Baby Food: 6 से 10 महीने के बीच का समय बच्चे के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस उम्र में बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास तेज़ी से होता है, और यह समय नए स्वाद और पोषक तत्वों के साथ बच्चे के आहार को विविध बनाने का है। सही आहार बच्चे को तंदुरुस्त और सक्रिय रखने में मदद करता है। आइए जानते हैं, इस उम्र में बच्चों को कौन सी चीजें खिलाई जा सकती हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हों।
1. दूध (Breast Milk / Formula Milk)
पहले छह महीने तक बच्चे को केवल स्तन का दूध या फार्मूला दूध देना चाहिए, लेकिन 6 महीने के बाद आप ठोस आहार शुरू कर सकते हैं, फिर भी दूध बच्चों के आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा बना रहना चाहिए। इससे बच्चे को जरूरी पोषक तत्व मिलते रहते हैं।
क्या करें:
यदि स्तनपान कराती हैं, तो यह सबसे अच्छा है, लेकिन अगर न formula milk भी दे सकते हैं।
2. चावल का पानी (Rice Water)
चावल का पानी, जिसे हम “कच्चा चावल का पानी” भी कहते हैं, छोटे बच्चों के लिए एक हल्का और आसानी से पचने वाला आहार होता है। यह बच्चे के पाचन को बेहतर बनाता है और शरीर को तरल तत्वों की भी आपूर्ति करता है।
क्या करें:
चावल को उबालकर उसका पानी निकाल लें और उसे बच्चे को पिलाएं। यह आहार में शामिल किया जा सकता है।
3. सूप (Vegetable Soup)
6 महीने के बाद बच्चे को सूप देना शुरू किया जा सकता है। सब्जियों के सूप से बच्चों को जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स मिलते हैं, जो उनकी सेहत को बनाए रखते हैं। इसमें आप गाजर, मटर, शिमला मिर्च जैसी नरम और हल्की सब्जियां डाल सकते हैं।
क्या करें:
सूप को अच्छी तरह से छानकर बच्चे को धीरे-धीरे देना शुरू करें।
4. फल प्यूरी (Fruit Puree)
फल प्यूरी बच्चों के लिए आदर्श होते हैं, क्योंकि यह आसानी से पच जाते हैं और पोषण से भरपूर होते हैं। आप केले, सेब, पपीता, और नाशपाती जैसी हल्की और पौष्टिक फलों की प्यूरी बना सकते हैं।
क्या करें:
फल को अच्छी तरह से पका कर उसे मिक्सी या चम्मच से मैश करें और बच्चे को धीरे-धीरे दें।
5. दही (Curd / Yogurt)
दही बच्चों के लिए बहुत अच्छा आहार है क्योंकि इसमें अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन को बेहतर बनाते हैं। 6 महीने के बाद आप दही का सेवन शुरू कर सकते हैं। इसे बच्चे के आहार में धीरे-धीरे शामिल करें।
क्या करें:
दही को शहद या चीनी के बिना बच्चे को छोटे हिस्से में दें। शुरुआत में एक छोटी चम्मच से शुरू करें।
6. आटे का हलवा (Suji / Wheat Porridge)
यह बच्चों के लिए एक अच्छा और पौष्टिक आहार होता है। सूजी या आटे का हलवा बच्चों को आसानी से पचने वाला और स्वादिष्ट लगता है। इसमें आप घी और दूध भी मिला सकते हैं ताकि बच्चे को अतिरिक्त पोषण मिले।
क्या करें:
हलवा बनाते समय हल्का घी और थोड़ी सी चीनी डालें, लेकिन ज्यादा मीठा न करें।
7. मूंग दाल का प्यूरी (Moong Dal Puree)
मूंग दाल बच्चों के लिए एक बेहतरीन प्रोटीन स्रोत है और यह पाचन के लिए हल्का होता है। इसे पका कर प्यूरी बना सकते हैं, जिससे बच्चे को आसानी से इसे खाने में मदद मिलती है।
क्या करें:
मूंग दाल को अच्छी तरह उबाल कर मिक्सी में पीस लें और बच्चे को धीरे-धीरे दें।
8. साबूदाना खिचड़ी (Sabudana Khichdi)
साबूदाना में उच्च मात्रा में स्टार्च होता है, जो बच्चों के लिए ऊर्जा का अच्छा स्रोत है। इसके अलावा, यह आसानी से पच जाता है, और बच्चे को ताजगी और शक्ति प्रदान करता है।
क्या करें:
साबूदाना को हल्का सेंक कर उसमें घी और दही डालकर बच्चे को दें।
9. प्योर हेजलनट या बादाम प्यूरी (Nut Puree)
बादाम या हेजलनट बच्चों के लिए ऊर्जा और प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत होते हैं। आप इन्हें पानी में भिगोकर मिक्सी में पीसकर प्यूरी बना सकते हैं और बच्चे को धीरे-धीरे देना शुरू कर सकते हैं।
क्या करें:
बादाम को रातभर पानी में भिगोकर उसे मिक्सी में पीस लें और बच्चे को थोडा सा दें।
10. स्टीम की हुई सब्जियां (Steamed Vegetables)
स्टीम की हुई सब्जियां जैसे गाजर, लौकी, शिमला मिर्च आदि बच्चों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती हैं। यह बच्चे के पाचन को बेहतर बनाती हैं और उसे जरूरी विटामिन्स प्रदान करती हैं।
क्या करें:
इन सब्जियों को स्टीम करके छोटे टुकड़ों में काट लें और बच्चे को हल्के से चबाने के लिए दें।
6 से 10 महीने तक का समय बच्चे के आहार में बदलाव लाने का एक आदर्श समय होता है। इस उम्र में बच्चे को हल्का, पौष्टिक, और आसानी से पचने वाला आहार देना चाहिए। यह आहार बच्चे की सेहत, विकास और तंदुरुस्ती को बनाए रखने में मदद करेगा। हमेशा यह ध्यान रखें कि किसी भी नए आहार को शुरू करते वक्त बच्चे की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें और यदि कोई एलर्जी या समस्या हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।