Dehradun: सड़कों पर रहने वाले बच्चों को बचाने की कोशिश के तहत उत्तराखंड के देहरादून जिला प्रशासन ने खास पहल शुरू की है, इसका मकसद भीख मांगकर गुजारा करने वाले बच्चों को समाज की मुख्यधारा में लाना है। इस प्रयास के तहत अधिकारियों ने शहर के साधुराम इंटर कॉलेज में मॉडर्न इनोवेटिव केयर सेंटर बनाया है। इस सेंटर में सड़क पर रहने वाले बच्चों को न सिर्फ पढ़ने का मौका मिलता है बल्कि उनके कौशल विकास और उनकी जिंदगी को संवारने पर भी ध्यान दिया जाता है।
सेंटर में लाए गए बच्चों को पारंपरिक शैक्षणिक गतिविधियों से परे कई दूसरी गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, सेंटर में आकर सड़क पर जिंदगी जीने वाले बच्चों की दुनिया बदल गई है। वे इस नए बदलाव से खुश दिखे। देहरादून जिला प्रशासन की इस पहल से कई बच्चों को अपना भविष्य उज्ज्वल बनाने के लिए एक नया सफर शुरू करने में मदद मिल रही है। सड़क की जिंदगी को पीछे छोड़कर वे अब सुनहरे सपने संजो रहे हैं।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि “जो तो उनकी स्किल है वो तो सेकेंड्री है। पहले जिस माहौल में वो रह रहे थे और जो उनकी विचारधारा थी उनको ट्रांसफॉर्म करने की आवश्यकता है तो उसी के लिए उनको रिकवर करते हुए जो हमारा यूनिट तैयार किया जा रहा है वहां पर हमारे रिसोर्स पर्सन हैं एजुकेशन विभाग के, महिला कल्याण के और एनजीओ जिनके साथ हम एमओयू किए हैं।”
शिक्षक “जब शुरू में बच्चा हमारे पास आता है तो सबसे पहले हम उसके साथ दोस्ती करते हैं हाथ मिलाते हैं। वो एक एक्टिविटीज है कम्युनेकशन एक्टिविटीज उसको हम बोलते हैं। इसके बाद हम उनके साथ थोड़ा सा एक्सरसाइज करते हैं डांस करते हैं फिर डांस करने के बाद में फिर उनके साथ थोड़ा योग करते हैं फिर उनके साथ थोड़ा प्रेयर करते हैं। फिर उनके साथ अलग-अलग तरीके से चित्रकारी, पेंटिंग कुछ इस तरह के अलग-अलग चीजें करते हैं।”
“ये वो बच्चे हैं जो रोड में क्या करते हैं कि कोई कूड़ा बीन रहा है कोई भीख मांग रहा है। उसके लिए सरकार ने बैन कर दिया है कि जो बच्चा जो भारत का भविष्य है रोड पर जाकर भीख-भीख ना मांगे। ऐसे बच्चों के लिए सरकार ने क्या किया है कि ऐसा सेंटर खोला है। यहां पर बच्चे क्या करेंगे कि रेस्क्यू करके इधर लाएंगे बच्चों को उनको एजुकेशन दी जाएगी पढ़ाया जाएगा अच्छे से।”