Navy: नौसेना प्रमुख ने एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर में जीवन का ‘एबीसीडी’ मंत्र दिया

 Navy: भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने जीवन का ‘एबीसीडी’ मंत्र देते हुए कहा कि देश के युवाओं से काफी उम्मीदें हैं, खासकर तब जब भारत एक महान शक्ति बनने के अपने लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) शिविर में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने एनसीसी की तारीफ की और कहा कि 1948 में अपनी स्थापना के बाद से ये संगठन लगातार मजबूत होता गया है और राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

उन्होंने अपने भाषण में स्वामी विवेकानंद के उद्धरणों का जिक्र किया, बॉलीवुड की फिल्मों की प्रसिद्ध पंक्तियों का हवाला दिया और युवाओं को बड़े सपने देखने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करने हेतु पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता के साथ भाषण का समापन किया।

एडमिरल त्रिपाठी ने कहा, “आपसे बहुत सारी अपेक्षाएं हैं, विशेषकर तब जब देश अपनी स्पष्ट नियति को प्राप्त करने , एक महान शक्ति बनने के लिए, एक ‘विकसित भारत’ बनने के लिए आगे बढ़ रहा है, जब अन्य देशों के लोग यहां रहना, अध्ययन करना और भारत के विकास का हिस्सा बनना चाहेंगे।”उन्होंने कहा, “आप लोग विशेष रूप से छात्र हैं, इसलिए मैं एक सलाह देना चाहूंगा, मैं जीवन के चार सिद्धांतों पर प्रकाश डालना चाहूंगा, जिन्हें मैं चाहूंगा कि आप आत्मसात करें। मैं उन्हें जीवन की ‘एबीसीडी’ कहता हूं।”

उन्होंने कहा कि ‘सी’ का अर्थ ‘‘ कैरेक्टर एंड कमिटमेंट’ (चरित्र और प्रतिबद्धता) है, क्योंकि चरित्र तब सामने आता है जब आप ऐसे समय में कुछ करते हैं और कोई देख नहीं रहा होता, जैसे आप अपनी टीम और अपने अधीनस्थों के साथ क्या करते हैं, आप अपने साथियों के साथ कैसे व्यवहार करते हैं, आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ कैसे व्यवहार करते हैं जो आपके लिए कुछ नहीं कर सकता। नौसेना प्रमुख ने कहा, “प्रतिबद्धता के लिए बहुत सारे त्याग की आवश्यकता होती है और आप जिस चीज के लिए प्रतिबद्ध हैं उस पर ध्यान केंद्रित रखना होता है।” एडमिरल त्रिपाठी के जीवन की ‘‘एबीसीडी’’ के अनुसार, ‘डी’ का मतलब ‘डिसिप्लिन’ (अनुशासन) है। उन्होंने कहा, “किसी व्यक्ति में कितना आत्म-अनुशासन और दृढ़ दृष्टिकोण है, ये जीवन में उसके परिणाम को निर्धारित करेगा।”

देश भर से कुल 2,361 एनसीसी कैडेट एक महीने तक चलने वाले गणतंत्र दिवस शिविर में हिस्सा ले रहे हैं, जो 30 दिसंबर से शुरू हुआ और 27 जनवरी को प्रधानमंत्री रैली के साथ खत्म होगा। इस सालाना कार्यक्रम में 917 छात्रा कैडेट भी हिस्सा ले रही हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा दस्ता है। भारतीय नौसेना के चीफ एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि “आपसे बहुत सारी अपेक्षाएं हैं, विशेषकर तब जब देश अपनी स्पष्ट नियति को प्राप्त करने , एक महान शक्ति बनने के लिए, एक ‘विकसित भारत’ बनने के लिए आगे बढ़ रहा है, जब अन्य देशों के लोग यहां रहना, अध्ययन करना और भारत के विकास का हिस्सा बनना चाहेंगे।”

“आप लोग विशेष रूप से छात्र हैं, इसलिए मैं एक सलाह देना चाहूंगा, मैं जीवन के चार सिद्धांतों पर प्रकाश डालना चाहूंगा, जिन्हें मैं चाहूंगा कि आप आत्मसात करें। मैं उन्हें जीवन की ‘एबीसीडी’ कहता हूं।आपके पास खुद को बेहतर बनाने, अच्छा करने और बड़े उद्देश्य में योगदान देने की योग्यता होनी चाहिए और कभी हार न मानने का जज्बा होना चाहिए।”

“इसलिए अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें ताकि आप जीवन में कुछ भी हासिल कर सकें, अपनी वर्तमान स्थिति, अपने माता-पिता या अभिभावकों की सामाजिक और वित्तीय स्थिति से बंधे न रहें, अपनी कड़ी मेहनत पर विश्वास रखें। प्रतिबद्धता के लिए बहुत सारे त्याग की आवश्यकता होती है और आप जिस चीज के लिए प्रतिबद्ध हैं उस पर ध्यान केंद्रित रखना होता है। किसी व्यक्ति में कितना आत्म-अनुशासन और दृढ़ दृष्टिकोण है, ये जीवन में उसके परिणाम को निर्धारित करेगा।”

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