PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में ‘ग्रामीण भारत महोत्सव’ का उद्घाटन किया, ग्रामीण भारत महोत्सव का आयोजन चार जनवरी से लेकर नौ जनवरी तक होगा और इसकी थीम ‘विकसित भारत 2047 के लिए एक लचीले ग्रामीण भारत का निर्माण’ रखी गई है।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में डीएपी खाद का दाम बढ़ रहा है, आसमान छू रहा है। दुनिया में जो दाम चल रहे हैं, अगर उस हिसाब से हमारे किसान को खरीदना पड़ता तो वो बोझ में ऐसा दब जाता कि किसान कभी खड़ा ही नहीं हो पाता, लेकिन हमने निर्णय किया कि हम किसान के सिर पर बोझ नहीं आने देंगे और सब्सिडी बढ़ाकर डीएपी का दाम स्थिर रखा है। हमारी सरकार की नीयत, नीति और निर्णय ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा से भर रहे हैं।
बयान में कहा गया कि महोत्सव में विभिन्न चर्चाओं, कार्यशालाओं और अन्य माध्यमों से ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण करने और ग्रामीण समुदायों के भीतर नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर रहेगा।
इसके उद्देश्यों में वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहन देकर और स्थायी कृषि प्रथाओं का समर्थन करके उत्तर-पूर्व भारत पर विशेष ध्यान देने के साथ ग्रामीण आबादी के बीच आर्थिक स्थिरता और वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देना शामिल है। महोत्सव का एक महत्वपूर्ण ध्यान उद्यमिता के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “डीएपी दुनिया में उसका दाम बढ़ता ही चला जा रहा है, आसमान को छू रहा है। दुनिया में जो दाम चल रहे हैं। अगर उस हिसाब से हमारे किसान को खरीदना पड़ता तो वो बोझ में ऐसा दब जाता है कि किसान कभी खड़ा ही नहीं हो सकता है। लेकिन हमने निर्णय किया कि दुनिया में जो भी परिस्थिति हो, कितना ही बोझ बढ़े लेकिन हम किसान के सिर पर बोझ नहीं आने देंगे। और डीएपी में अगर सब्सिडी बढ़ानी पड़ी तो बढ़ाकर भी उसके दाम को स्थिर रखा है।”