Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इस साल सैलानियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है, उनकी संख्या ताजमहल के दीदार के लिए आगरा जाने वाले सैलानियों से भी ज्यादा है, राज्य पर्यटन विभाग ने बताया कि अयोध्या में इस साल जनवरी से सितंबर तक 13 करोड़ 55 लाख घरेलू और तीन हजार 153 अंतरराष्ट्रीय सैलानी आए, जो नया रिकॉर्ड है।
अयोध्या में सैलानियों की आमद मुख्य रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों और विशेष कर जनवरी में राम लला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की वजह से बढ़ी, राम मंदिर ने अयोध्या को आध्यात्मिक और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंंद्र के रूप में पहचान दिला दी है।
राम मंदिर के अलावा भी अयोध्या में कई आकर्षण हैं। सरयू नदी में क्रूज यात्रा, राम की पैड़ी, लता मंगेशकर चौक और गुप्तार घाट को देखने दुनिया भर से सैलानी यहां आते हैं।
विकास की इन गतिविधियों ने अयोध्या को सैलानियों के लिए राज्य का सबसे लोकप्रिय गंतव्य बना दिया है। दूसरे पायदान पर आगरा है, जहां इसी अवधि में 12 करोड़ 51 लाख पर्यटक आए, इनमें ज्यादातर घरेलू सैलानी थे।
पर्यटन विभाग के उप-निदेशक राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि “देश में अयोध्या सर्च किए जाने वाला नंबर एक का शहर बन गया है, पर्यटक स्थल बन गया है और यहां पर जो है लगातार पर्यटकों की संख्या एक लाख के आस-पास बनी हुई है। कभी 70-80 हजार भी आ जाते हैं और कभी 100 लाख भी आ जाते हैं।मेले त्योहार मंगलवार एवं शनिवार को पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है। तो इस तरह आप देखिए तो पर्यटकों के आवागमन जो है पहले की तरह ही सुचारू रूप से चल रहे हैं।”
इसके साथ ही “विदेशी पर्यटक के नाम पर हम ये कह सकते हैं जो हमारे अप्रवासी भारतीय हैं या एनआरआई हैं, बड़े मात्रा में आ रहे हैं। जैसा आप देखते हैं जो फ्लाइट्स वगैरा आ रहीं हैं,वंदे भारत ट्रेन आ रही हैं। उसमें अधिकांश जो है एनआरआई या उच्च श्रेणी के पर्यटक हैं।”