Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पटनीटॉप में लकड़ी का बना प्राचीन नाग मंदिर है, उसके पास एक नया मंदिर बन रहा है। नया मंदिर भी नाग देवता को समर्पित है, नया मंदिर कश्मीरी पत्थरों से बन रहा है। मंदिर एक दशक से ज्यादा समय से बन रहा है। अब जाकर काम पूरा होने के कगार पर है।
पुजारी बिशन चंद ने कहा कि “दूसरा मंदिर बन रहा है। वहां उसकी स्थापना हुई। मूर्तियां वगैरह राजस्थान सं मंगवा के रखी हैं अंदर, कम से कम एक साल के अंदर इसकी स्थापना हो जाएगी।
आठ सदी पुराना नाग मंदिर बेहद सम्मानित और कश्मीर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक रहा है, लोककथाओं के मुताबिक इसी जगह पर भगवान शिव ने देवी पार्वती से विवाह किया था।
श्रद्धालुओ का कहना है कि “2019 के बाद एब्रोगेशन के बाद जो टूरिज्म बढ़ा है, उसकी वजह से भी यहां बहुत पर्यटक आ रहे हैं। 1000 से 2000 लोग आते हैं दिन के और दर्शन करके जाते हैं इस नाग मंदिर के। इच्छापूर्ण मंदिर भी कहते हैं इसे, क्योंकि यहां पे लोगों की इच्छाएं पूरी होती हैं।”
पटनीटॉप में मनमोहक नजारों के बीच नाग मंदिर आध्यात्मिकता, समृद्ध इतिहास और संस्कृति का प्रतीक है, ये मंदिर लंगर के लिए भी मशहूर है। लंगर सामुदायिक रसोई होती है, जिसमें श्रद्धालुओं को मुफ्त खाना खिलाया जाता है।