Ayodhya: राम मंदिर समिति ने आंदोलन से जुड़े दस्तावेजों को डिजिटल करने का फैसला किया है ताकि आने वाली पीढ़ियां उन्हें देख सकें, राम मंदिर ट्रस्ट एक अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय भी बना रहा है, जहां दस्तावेजों को रखे जाने की संभावना है।
वीएचपी नेता शरद शर्मा ने कहा कि 30,000 दस्तावेजों को डिजिटल किया जा रहा है, आने वाली पीढ़ी को इस आंदोलन के संघर्ष के बारे में पता होना चाहिए कि कैसे आंदोलन में शामिल उनके लोगों ने कानूनी लड़ाई लड़ी।
उन्होंने कहा कि “जो 30 हजार डाक्यूमेंट्स थे उसको कंप्यूटराइज किया जा रहा है। उसको डिजिटलीकरण किया जा रहा है, यह जो है साक्ष्य आने वाली भावी पीढ़ी को मालूम होना चाहिए किस प्रकार से संघर्ष हमारे पूर्वजों ने किया। किस प्रकार से न्यायिक विधियों में संलग्न रहे। पांडुलिपि के रूप में उनके सामने होना चाहिए, ताकि उनको ये मालूम हो कि हमारा इतिहास हमारा संघर्ष कैसा रहा है।”