Delhi: राज्यसभा में कांग्रेस सांसद की सीट के पास 500 रुपये के नोटों की गड्डी मिली- जगदीप धनखड़

Delhi: राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में बताया कि सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद एंटी सेबोटाज टीम को नियमित जांच के दौरान कांग्रेस के सदस्य अभिषेक मनु सिंघवी की सीट के पास 500 रुपये के नोटों की गड्डी मिली। उन्होंने सदन को बताया कि सीट संख्या 222 के पास मिली नोटों की गड्डी पर आज सुबह तक जब किसी ने दावा नहीं किया तो उन्होंने सदन के नियमों का पालन करते हुए इसकी जांच के आदेश दिए।

जगदीप धनखड़ ने कहा, “कल सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने सीट संख्या 222 से नोटों की एक गड्डी बरामद की। ये सीट फिलहाल तेलंगाना से निर्वाचित सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है।” उन्होंने आगे बताया कि इस मामले की जांच चल रही है, सभापति ने कहा कि एक गड्डी 500 रुपये के नोटों की है और ऐसा लगता है कि इसमें 100 नोट हैं। उन्होंने ये भी कहा कि ये साफ नहीं है कि नोट असली हैं या नकली।

उन्होंने कहा, “ये मेरा कर्तव्य था और मैं सदन को सूचित करने के लिए बाध्य हूं। ये एक नियमित एंटी सेबोटाज जांच है, जो होती है। उन्हें उम्मीद थी कि कोई इन नोटों पर दावा करेगा, लेकिन अभी तक किसी ने दावा नहीं किया है। उन्होंने कहा, “क्या ये अर्थव्यवस्था की उस स्थिति को दर्शाता है जिसमें लोग नोटों की गड्डी को भूल सकते हैं।”

इसके बाद इस मुद्दे पर सदन में कुछ देर हंगामा भी हुआ और इसकी शुरुआत सत्ता पक्ष के सदस्यों की ओर से की गई। नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मामले की अगर जांच हो रही है और जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक सदस्य के नाम को सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए था। सभापति धनखड़ ने कहा कि जब ये मामला उनके संज्ञान में आया तो उन्होंने पता करवाया कि सिंघवी गुरुवार को सदन में आए थे कि नहीं। उन्हें पता चाल की सिंघवी ने सिग्नेचर बुक पर हस्ताक्षर किए थे, संसदीय कार्यमंत्री मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सभापति ने सीट संख्या और वो सीट किस सांसद के लिए आरक्षित है उसका जिक्र किया है, इसमें किसी को आपत्ति नहीं करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इसमें नाम लेने पर कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि सदन में नोटों की गड्डी मिलना सही नहीं है। आज डिजिटल जमाना है और कोई इतने सारे नोट लेकर नहीं चलता। इसकी जांच होनी चाहिए।” राज्यसभा में सदन के नेता जे. पी. नड्डा ने इसे असाधारण घटना बताया और कहा कि ये बहुत ही गंभीर मुद्दा है। उन्होंने कहा, “ये पक्ष और विपक्ष के विभाजित होने का मुद्दा नहीं है। ये सदन की गरिमा पर चोट है। सदन के कृतित्व पर प्रश्नचिह्न है।”

उन्होंने जांच का भरोसा जताते हुए कहा कि दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए। नड्डा ने खरगे पर इस मामले की जांच को दबाने का आरोप भी लगाया लेकिन नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्होंने जांच का कभी विरोध नहीं किया। कुछ देर इस मुद्दे पर हंगामा होने के बाद सभापति ने शून्यकाल की शुरुआत की और सांसदों ने अपने-अपने मुद्दे उठाए।

राज्य सभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने कहा कि “माननीय सदस्यों, मैं सूचित करना चाहता हूं कि कल सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सदन की नियमित तोड़फोड़ विरोधी जांच के दौरान सुरक्षा अधिकारियों ने सीट संख्या 222 से करेंसी नोटों की एक गड्डी बरामद की, जो वर्तमान में 2024-26 तक तेलंगाना से निर्वाचित अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है। मामला मेरे संज्ञान में लाया गया। इस माले की जांच के आदेश दिए गए है। मामले की चांज चल रही है।”

“माननीय सदस्यों, ये मेरा कर्तव्य है और मैं सदन को सूचित करने के लिए बाध्य हूं और इसीलिए ये जानकारी दी गई है। ये नियमित तोड़फोड़ विरोधी जांच थी। जिसके बाद ये मामला मेरे संज्ञान में लाया गया, तो मुझे लगा कि कोई इसे वापस लेने की कोशिश करेगा। ये स्पष्ट नहीं है कि करेंसी नोट असली थे या नकली। 500 रुपये के नोट की गड्डी थी। शायद उसमें 100 नोट थे, ये गंभीर जांच का विषय है।”

सदन के नेता जे. पी. नड्डा ने कहा कि “यह जो घटना घटी है। ये घटना बहुत ही असाधरण घटना है और बहुत ही गंभीर घटना है। ये घटना पक्ष और विपक्ष में विभाजित होने की नहीं है, बल्कि सदन की गरिमा पर एक चोट है और सदन के कर्तव्य पर एक प्रश्नवाचक चिह्न है। मुझे आप पर और आपकी रूलिंग पर पूरा भरोसा है कि इन्वेस्टिगेशन डिटेल में होगा और दुध का दुध और पानी का पानी होगा। लेकिन प्रजातंत्र में कभी कुछ बातें अपने पक्ष में आती हैं कुछ बातें अपने विपक्ष में आती हैं। किसी पर आप तीव्रती दिखाओ और किसी पर आप मिट्टी डालो ये ठीक नहीं है।”

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