World Championship: विश्व खिताब के सबसे युवा चैलेंजर भारत के डी गुकेश ने मंगलवार को यहां बेहतर स्थिति में होने के बावजूद विश्व शतरंज चैंपियनशिप की सातवीं बाजी में गत चैंपियन चीन के डिंग लिरेन से लगातार चौथा ड्रॉ खेला।
पांच घंटे और 22 मिनट चली इस बाजी के बाद दोनों खिलाड़ियों के समान 3.5 अंक हैं और अब भी चैंपियनशिप जीतने से चार अंक दूर हैं। जो खिलाड़ी 14 बाजी के मुकाबले में पहले 7.5 अंक जुटा लेगा वो चैंपियन बनेगा, दोनों खिलाड़ी 72 चाल के बाद बाजी को ड्रॉ कराने को राजी हो गए। ये इस मुकाबले का पांचवां ड्रॉ है।
लिरेन के लिए मंगलवार का दिन मुश्किल साबित हुआ और गुकेश के गलती करने से पहले तक उन पर हार का खतरा मंडरा रहा था। सफेद मोहरों से खेल रहा भारतीय खिलाड़ी काफी मजबूत स्थिति में था लेकिन उन्होंने इसके बाद गलत अनुमान लगाया और चीन के खिलाड़ी को मैच की अब तक की सबसे लंबी बाजी में वापसी करके इसे ड्रॉ कराने का मौका दिया।
गुकेश ने माना कि वो चैंपियनशिप में बढ़त लेने के लिए अच्छी स्थिति में थे लेकिन फिर चूक गए। उन्होंने कहा, ‘‘जीत की स्थिति से चूकना कभी अच्छा नहीं होता लेकिन मैं इस बात से खुश हूं कि मैंने शुरुआत में अपने प्रतिद्वंद्वी को आसानी से पछाड़ दिया। मुझे लगा कि अगर मैं अपनी स्थिति मजबूत कर पाया तो मैं जीत जाऊंगा लेकिन कुछ समय बाद ये मुश्किल हो गया। मुझे नहीं पता कि मैं कहां चूक गया लेकिन जीतना चाहिए था।’’
गुकेश ने कहा, ‘‘स्कोर ठीक है। बेशक आज एक मौका चूक गया। ये थोड़ी निराशा की बात है, लेकिन उसने (लिरेन ने) भी मुकाबले में कुछ मौके गंवाए हैं, इसलिए मुझे लगता है कि ये उचित है कि हम यहां हैं। दूसरा हाफ निश्चित रूप से अहम होगा।’’
गुकेश ने एक बार फिर मुकाबले में अच्छी शुरुआत की और जल्द ही लिरेन को दबाव में ला दिया। यहां तक कि लिरेन ने भी माना कि वो बाल-बाल बच गए। लिरेन ने कहा, ‘‘मुझे लगा कि समन्वय की कमी के कारण मेरी स्थिति निराशाजनक थी। मैं शुरुआत और मध्य खेल में कई बार पिछड़ चुका हूं। यहां मुझे बेहतर प्रदर्शन करके बहुत खुशी हुई। मैंने कई गलतियां कीं, (लेकिन) सौभाग्य से मैंने बाजी बचा ली।’’
बीच के खेल में दोनों खिलाड़ियों की ओर से गलतियां देखने को मिलीं और ऐसा लग रहा था कि लिरेन बराबरी हासिल कर लेंगे। हालांकि इस दौरान एक बार फिर लिरेन ने अधिकांश समय गंवा दिया क्योंकि खिलाड़ियों को बिना किसी वृद्धि के दो घंटे में शुरुआती 40 चाल चलनी होती हैं।
पिछली कई बार की तरह लिरेन ने 40वीं चाल में फिर गलती की और अपना प्यादा गंवा दिया। गुकेश भी 45वीं चाल में गलती कर गए और लिरेन को वापसी का मौका मिला।