BYpolls election: 13 राज्यों की 46 विधानसभा सीट और महाराष्ट्र के नांदेड़ समेत वायनाड सीट पर मतगणना

BYpolls election:  देश में 13 राज्यों की 46 विधानसभा सीट और महाराष्ट्र के नांदेड़ और केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र के लिए हुए उप-चुनाव की मतगणना शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश में नौ सीट, राजस्थान में सात सीट, पश्चिम बंगाल में छह सीट, असम में पांच सीट, पंजाब और बिहार में चार-चार सीट, कर्नाटक में तीन सीट, मध्य प्रदेश और केरल में दो-दो सीट तथा छत्तीसगढ़, गुजरात, उत्तराखंड और मेघालय में एक-एक सीट पर विधानसभा उपचुनाव हुए।

उत्तर प्रदेश के मीरापुर, कुंदरकी, सीसामऊ, कटेहरी, फूलपुर, मझवां, गाजियाबाद, करहल और खैर सीट पर 20 नवंबर को वोट डाले गए। हालांकि उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के नतीजों का 403 सदस्यों वाली विधानसभा पर सीधा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन इस मुकाबले को लोकसभा चुनाव के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के बीच पहली बड़ी टक्कर के रूप में देखा जा रहा है।
बीजेपी और विपक्षी दलों ने एक-दूसरे पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में गाजियाबाद सदर, खैर और फूलपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था जबकि मझवां क्षेत्र में बीजेपी की सहयोगी निषाद पार्टी ने जीत हासिल की थी। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने करहल, कुंदरकी, कटेहरी और सीसामऊ सीटें जीती थीं। इसके अलावा एक सीट मीरापुर तब समाजवादी पार्टी के सहयोगी रहे राष्ट्रीय लोकदल ने जीती, हालांकि राष्ट्रीय लोकदल अब बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का सहयोगी है। कांग्रेस ने उपचुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उसने समाजवादी पार्टी को समर्थन दिया। बहुजन समाज पार्टी ने सभी नौ सीट पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने गाजियाबाद, कुंदरकी और मीरापुर में उम्मीदवार उतारे। चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी सीसामऊ को छोड़कर सभी सीट पर चुनाव लड़ा।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा केरल की वायनाड सीट से चुनावी मैदान में हैं। इस सीट का प्रतिनिधित्व पहले उनके भाई राहुल गांधी करते थे। केरल में तीन सीटों पर उपचुनाव के लिए वोट डाले गए थे। इसमें वायनाड लोकसभा और पलक्कड़ और चेलाक्कारा विधानसभा सीट शामिल है। मतों की गिनती के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। वायनाड में प्रियंका गांधी का मुकाबला भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गज नेता सत्यन मोकेरी और भारतीय जनता पार्टी की नव्या हरिदास से है।

राजस्थान में सात विधानसभा उपचुनावों में डाले गए मतों की गिनती के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। रेगिस्तानी राज्य में झुंझुनू, रामगढ़, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, सलूंबर और चौरासी सीट पर 13 नवंबर को उप-चुनाव हुए थे। पंजाब में गिद्दरबाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल (अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित) और बरनाला विधानसभा सीट पर बुधवार को उप-चुनाव हुए।

मौजूदा विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद कई सीट खाली हो गई। पंजाब में मुकाबला सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री भगवंत मान के लिए अग्निपरीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है, जिनकी सरकार ने अपने कार्यकाल के ढाई साल पूरे कर लिए हैं। कांग्रेस और बीजेपी भी राज्य में मुख्य दावेदार हैं।

कर्नाटक में 13 नवंबर को संदूर, शिग्गांव और चन्नपटना विधानसभा सीट के लिए हुए उप-चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी-जेडीएस गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। कांग्रेस का अच्छा प्रदर्शन मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उप-मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार दोनों के लिए समर्थन के रूप में देखा जाएगा, जबकि बीजेपी के प्रदर्शन का मतलब होगा कि पार्टी संगठन के भीतर उसके प्रदेश अध्यक्ष बी. वाई विजयेंद्र के आलोचकों का मुंह बंद हो जाएगा। जेडीएस नेता एच. डी. कुमारस्वामी के लिए ये उप-चुनाव प्रतिष्ठा की लड़ाई होगी क्योंकि उनके बेटे निखिल पिछले चुनाव में हार का सामना करने के बाद एक बार फिर से चन्नपटना सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा उप-चुनाव के लिए भी वोटों की गिनती की जाएगी। यहां 13 नवंबर को मतदान हुआ था। इस सीट पर बीजेपी के विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद इस्तीफा दे दिया था।

पश्चिम बंगाल में सिताई, मदारीहाट, नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर और तालडांगरा विधानसभा क्षेत्रों में 13 नवंबर को उपचुनाव हुए थे। इनमें से पांच निर्वाचन क्षेत्र दक्षिण बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के गढ़ में हैं, जबकि मदारीहाट राज्य के उत्तरी हिस्से में बीजेपी का गढ़ बना हुआ है। उत्तराखंड में केदारनाथ विधानसभा सीट पर भी 20 नवंबर को उप-चुनाव हुए थे। रुद्रप्रयाग जिले की ये विधानसभा सीट जुलाई में बीजेपी विधायक शैला रानी रावत के निधन के बाद खाली हुई थी। असम में ढोलाई, सिडली, बोंगाईगांव, बेहाली और सामागुरी विधानसभा क्षेत्रों, बिहार में तरारी, रामगढ़, इमामगंज और बेलागंज, गुजरात में वाव, मध्य प्रदेश में विजयपुर और बुधनी और मेघालय में गमबेग्रे में भी उप-चुनाव हुए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *