Rishikesh: ऋषिकेश नगर निगम की खास पहल, शहर में तीन जगह बनाए प्लास्टिक बैंक

Rishikesh: उत्तराखंड में ऋषिकेश नगर निगम ने प्लास्टिक के कचरे से निपटने और शहर को प्लास्टिक फ्री बनाने के लिए खास पहल शुरू की है, नगर निगम की तरफ से ऋषिकेश में तीन जगह- बस स्टैंड, त्रिवेणी घाट और वीरभद्र में प्लास्टिक कचरा बैंक बनाए गए हैं।

इन बैंकों को प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करने के लिए डिजाइन किया गया है, जहां उसे रीसाइकिल करके दोबारा इस्तेमाल में लाया जाता है। ऋषिकेश नगर आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि “हमने यहां पर नगर निगम ऋषिकेश में जो स्वच्छ भारत मिशन है उसके तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन है उससे और हमने कुछ अपनी तरफ से प्लास्टिक बैंक बनाए हैं। ऐसे महत्वपूर्ण स्थानों पर उन्हें स्थापित गया है जैसे- आईएसबीटी है, त्रिवेणी घाट है और बड़े मंदिर जैसे वीरभद्र मंदिर है। जहां पर काफी संख्या में लोग आते हैं और जब से हमने ये कार्यक्रम शुरू किया है शुरुआत में दिक्कतें आईं थी। लोगों ने गीला कूड़ा और अन्य भी डाल दिया था। लेकिन लोगों से लगातार बातचीत करने पर और हमारे वहां पर निगरानी करने के बाद वहां पर अब लोग बोतलें डालते हैं और हम उनको हम रीसाइकिल करने के लिए भेजते हैं जो हमारा सेंटर है।”

प्लास्टिक के कचरे को इकट्ठा करने के अलावा ऋषिकेश नगर निगम ने रीसाइकिल मटेरियल को इस्तेमाल करके एक नया पार्क बनाया है, इस पार्क को बनाने का मकसद पर्यावरण और सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देना है, शहर में प्लास्टिक का इस्तेमाल कम हो, इसके लिए नगर निगम ने इको-फ्रेंडली ऑप्शन के तौर पर कपड़े के थैले बांटना शुरू कर दिया है।

ऋषिकेश नगर आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि “प्लास्टिक से मुक्ति के लिए, पॉलीथिन से मुक्ति के लिए कपड़े के थैले, कपड़े को जो बैग है हमारे स्वयं सहायता ग्रुप को महिलाएं बना रही है। जूट के बैग और कागज की थैलियां। उनको भी हम बाजार में होल सेलर और जो सब्जी मंडियां हैं उनको भी दे रहे हैं। ताकि प्लास्टिक का यूज कम हो और जो प्लास्टिक आ रहा है उसे हम इस तरीके से ले करके रीसाइकिल के लिए भेज रहे हैं।

ऋषिकेश नगर निगम की इस पहल का लोग समर्थन कर रहे हैं, उन्हें उम्मीद है कि प्लास्टिक का बेहतर ढंग से मैनेजमेंट करके शहर की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ावा मिलेगा।

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