Pollution: वायु प्रदूषण आपकी सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। इससे सांस और दिल से जुडी बीमारियों के अलावा और भी कई तरह की गंभीर मर्ज हो सकते हैं। घर के अंदर और बाहर दोनों जगह के वायु प्रदूषण से आपकी मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। रिसर्च से पता चला है कि वायु प्रदूषण से डिप्रेशन, एंग्जाइटी और सिज़ोफ्रेनिया जैसी गंभीर बीमारी हो सकती हैं।
एक्सपर्ट का कहना है कि वायु प्रदूषण और कितना खतरनाक साबित हो सकता है इसके लिए और ज्यादा रिसर्च की जरूरत है। वैसे जो रिसर्च अब तक सामने आई है उसके मुताबिक वायु प्रदूषण से आपके दिल और दिमाग पर गहरा असर पड़ता है। घर के अंदर का वायु प्रदूषण भी बहुत खतरनाक होता है। खराब वेंटिलेशन और खाना पकाने के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है। ये गैस आपकी मानसिक सेहत को बिगाड़ सकती है
घर में कार्बन डाइऑक्साइड के ज्यादा स्तर से थकान और ‘ब्रेन फ़ॉग’ जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं, मानसिक सेहत की सुरक्षा के लिए घरों और ऑफिस दोनों में वायु की गुणवत्ता ठीक रहनी चाहिए।
मनोचिकित्सक डॉ. पल्लवी राजन ने कहा कि “जब चिंता और डिप्रेशन जैसे मेंटल हेल्थ मुद्दों की बात आती है, तो कुछ वैज्ञानिक साहित्य भी उपलब्ध हैं जो बताते हैं कि वायु प्रदूषण के लंबे समय तक संपर्क में रहने से, जिसमें महीन कण पदार्थ, पीएम 2.5 या नाइट्रस ऑक्साइड या नाइट्रस डाइऑक्साइड शामिल हैं। इसलिए इस तरह के संपर्क से चिंता और डिप्रेशन जैसे मेंटल हेल्थ मुद्दे हो सकते हैं। वे चिंता और अवसाद सहित पहले से मौजूद मेंटल हेल्थ मुद्दों को और भी बढ़ा सकते हैं।”
इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने बताया है कि इन अध्ययनों की कई सीमाएं हैं और इसलिए नए रिसर्च इन भ्रामक कारकों को दूर करने और इन सीमाओं पर काम करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि जो भी डेटा हमें मिले वो ज्यादा मान्य हो और वास्तविक दुनिया की सेटिंग्स पर लागू हो सके। और इसलिए जो प्रस्तावित किया गया है वो संभवतः ये है कि वायु प्रदूषण ऑक्सीडेटिव तनाव की ओर ले जाता है, ये न्यूरो-इन्फ्लेमेटरी परिवर्तन ला सकता है और इसके परिणामस्वरूप मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।”