New Delhi: दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। सुबह सात बजे औसत एक्यूआई 347 दर्ज किया गया, जबकि कुछ जगहों पर ‘गंभीर’ श्रेणी में देखा गया, जहांगीरपुरी में एक्यूआई 409 और बवाना में 400 रहा, रविवार को दिल्ली का एक्यूआई 334 (‘बहुत खराब’) था, बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्लीवासियों ने कारखानों को बंद करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि कारखानों और वाहनों से प्रदूषण काफी ज्यादा होता है।
उधर कुछ लोगों का कहना है कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए आम लोगों को भी आगे आना चाहिए, सरकार की तरफ से उठाए गए कदम ही काफी नहीं है। स्थानिय निवासियों का कहना है कि “गाजियाबाद में जो इंडस्ट्रियल एरिया है, जो साथ में लगा पड़ा है। इसकी वजह से पॉल्यूशन कुछ ज्यादा आता है। दूसरा ट्रैफिक इतना है यहां पर। रुक जाता है। ट्रैफिक की वजह से पॉल्यूशन बहुत ज्यादा होता हैै। हां, वो तो होता है। लगातार होता है। कम से कम तीन से चार गाड़ियां छिड़काव का चलती रहती है और दोपहर तक इसका प्रोसेस जो है चलता रहता है।”
“सरकार के छिड़काव कराने से कुछ नहीं हो रहा। सबसे ज्यादा पॉल्यूशन फैक्ट्रियों का है। फैक्ट्रियां कुछ दिन के लिए बंद होनी चाहिए। फिर दूसरी चीज हरियाणा और पंजाब में पराली जलाई जाती है। उसके बाद फिर दीपावली के बाद पॉल्यूशन दिल्ली में आ जाता है। फिर यूपी में चला जाता है। जब तक बारिश नहीं होगी। एक्यूआई कम नहीं होगा।”
इसके साथ ही कहा कि “सरकार ही नहीं तक सकती। कुछ हम लोगों को भी सहयोग करना चाहिए इसमें। इलेक्ट्रिक वाहन का ज्यादा उपयोग करना चाहिए और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करना चाहिए। तभी ये कंट्रोल रहता है। खाली सरकारी प्रयासों से नहीं होगा।”