Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर परिसर के निर्माण की समयसीमा को आगे बढ़ा दिया गया है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के मुताबिक, हाल के महीनों में मजदूरों की कमी की वजह से निर्माण की रफ्तार धीमी हो गई है। इसी वजह से मंदिर परिसर को पूरा करने की समयसीमा तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई है।
नृपेंद्र मिश्रा के मुताबिक पूरे परिसर के निर्माण के लिए जरूरी साढ़े आठ लाख घन फीट पत्थर सहित सभी कच्चे माल की सप्लाई सुनिश्चित कर ली गई है।राम मंदिर निर्माण परियोजना के पूरा होने की शुरुआती समयसीमा जून 2025 थी, राम मंदिर का उद्धाटन जनवरी 2024 में किया गया था। तब से हर महीने लाखों श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि “आवश्यकता से जो श्रमिक हैं उससे 200 श्रमिकों की संख्या कम है। इस कारण से जो हमने लक्ष्य रखा था कि जून 2025 में सभी निर्माण कार्य जितना है, जिसमें ऑडिटोरियम वगैरह सभी सम्मिलित करके मैं चर्चा कर रहा हूं। ऐसे लग रहा है कि हम इसे पूर्ण करने में तीन माह और लेंगे।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “परकोटा में, निर्माण कार्य में जहां लगभग एक किलोमीटर की परिक्रमा है और छह मंदिर होंगे उसमें, तो उनमें करीब साढ़े आठ लाख क्यूबिक फीट बंसी पहाड़पुर पत्थर की आवश्यकता है। पत्थर लगभग आ गया, क्रय कर लिया गया है।”