USA: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव से दो हफ्ते पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के धुंआधार चुनाव प्रचार अभियान के बीच कम से कम 2.1 करोड़ अमेरिकी वोटर पहले ही वोट डाल चुके हैं।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में चुनाव प्रयोगशाला से मिले आंकड़े के अनुसार, करीब 78 लाख लोगों ने शुरुआती व्यक्तिगत मतदान के माध्यम से वोट किया है, जबकि बाकी 1.3 करोड़ वोट मेल बैलेट के माध्यम से डाले गए हैं। भारत में होने वाले आम चुनाव में जहां मतदान से 36 घंटे पहले चुनाव प्रचार थम जाता है, वहीं इससे अलग अमेरिका में चुनाव प्रचार और मतदान कम से कम चार हफ्ते एक साथ चलते रहते हैं।
अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है, राजनैतिक विश्लेषकों का कहना है कि विजेता का फैसला सात राज्यों – एरिजोना, नेवादा, विस्कॉन्सिन, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया, नॉर्थ कैरालाइना और जॉर्जिया के नतीजों के आधार पर होगा। अमेरिका में शुरुआती मतदान अमेरिकी वोटरों के लिए खास प्रावधान है, जिसमें मतदाता या तो मेल बैलेट के जरिए अपना वोट देते हैं, जिसकी तुलना कुछ मायनों में भारत के बैलेट पेपर से की जा सकती है या वे निर्धारित मतदान केंद्रों पर जाकर वोट डाल सकते हैं।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में चुनाव प्रयोगशाला के अनुसार, एशियाई अमेरिकियों में शुरुआती मतदान प्रतिशत सिर्फ 1.7 फीसदी है। कई जगहों पर भारतीय अमेरिकी वोट डालने के लिए लाइन में खड़े देखे गए। चंचल झिंगन और उनकी बेटी वंदना झिंगन डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ माने जाने वाले शिकागो के इलिनोइस उप-नगर में वोट डालने के लिए लाइन में खड़ी थीं।
वंदना ने कहा कि वो उस व्यक्ति को वोट देंगी जो अमेरिका को ‘‘फिर से महान’’ बना सकता है।टेक्सास में वोट देने गए जितेंद्र आर. दिगांवकर को भी लंबी लाइ का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, “हर मिनट लोग आ रहे हैं। मैं हर अमेरिकी नागरिक को सलाह देता हूं कि वो दोबारा रजिस्ट्रेशन करवाकर वोट जरूर दें।’’
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के अनुसार, रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े लोग उम्मीद से ज्यादा जल्दी मतदान कर रहे हैं। एरिजोना में शुरुआती मतदान पर नजर रखने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े राजनीतिक रणनीतिकार सैम एल्मी ने बताया, ‘‘उन्होंने (रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े लोगों ने) अपने मतदाताओं को जल्दी मतदान के लिए प्रेरित करने में बेहतर काम किया है।’’
वोटरों का कहना है कि “21 अक्टूबर, 2024 है और शांबुर्ग में हमारे पड़ोस में शुरुआती मतदान का पहला दिन है। मेरी मां चंचल झिंगन, वो 88 साल की हैं और मैं वंदना झिंगन हूं। मैंने किसी ऐसे व्यक्ति को वोट दिया जो कर सकता है अमेरिका को फिर से महान बनाएं।”
इसके साथ ही कहा कि “मैं हाल ही में इलिनोइस से टेक्सास चला गया हूं और आज हमने शुरुआती मतदान में वोट डाला। ये सब बहुत रोमांचक है। कल हमने शुरुआत की थी और आज मतदाताओं की इतनी बड़ी कतार है। ये एक हाउसफुल पार्किंग है। लोग हर मिनट आ रहे हैं। रजिस्ट्रेशन कराने वाले प्रत्येक अमेरिकी नागरिक को सलाह दें कि यदि आपके हाथ में वोट है तो बाहर जाएं और मतदान करें।”